नई दिल्ली। द्वारका जिले के बाबा हरिदास नगर इलाके में बीती रात एक ऑफिस में भीषण आग लग गई। मामले की सूचना मिलते ही दमकल विभाग व स्थानीय पुलिस पहुंची। दमकलकर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। घटना में सीआरपीएफ से रिटायर्ड एक जवान की जलकर मौत हो गई है। आग बुझाने के बाद दमकलकर्मियों ने शव को बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम के लिये नजदीकी अस्पताल के शवगृह में भेजा। पुलिस के अनुसार, मृतक की पहचान अरुण कुमार (40) के रूप में हुई है। फिलहाल बाबा हरिदास नगर थाना पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
जानकारी के अनुसार, अरुण कुमार परिवार के साथ बंगाली कॉलोनी में रहते थे। वह सीआरपीएफ में बतौर हवलदार तैनात थे। अरुण बीते 28 फरवरी को सीआरपीएफ से रिटायर्ड हुए थे। वह सीआरपीएफ में रेडियो ऑपरेटर के पद पर तैनात थे। परिवार में पत्नी शीतल, बेटा गुन्नु और बेटी प्रिंसी है। बेटा छठी कक्षा में पढ़ता है, जबकि बेटी 12 कक्षा की छात्रा है। अरुण मूलत: नारनोल हरियाणा लोनी गांव के रहने वाले थे।
दमकल विभाग के अनुसार, बीती देर रात करीब 2.21 बजे बाइक सवार राहगीरों ने कॉल कर सूचना दी की बाबा हरिदास नगर इलाके में एक ऑफिस में आग लग गई है। सूचना मिलते ही मौके पर दमकल विभाग की टीम तीन गाड़ियों के साथ मौके पर पहुंची। एक घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया।
उसके बाद जांच के दौरान अरुण का शव ऑफिस से बरामद हुआ। अरुण अर्धसैनिक बलों के लिये टोपी व अन्य सामान बनाने का काम करता था। परिवार के अनुसार, बीती रात करीब 12 बजे अरुण ने फोन कर बताया था कि उसके कुछ जानकार आने वाले है। इस लिये वह घर लेट आयेगा। परिवार के सभी सदस्य खाना खाकर सो गये थे। दमकल विभाग के आने के बाद उन्हें घटना के बारे में पता चला। वहीं स्थानीय लोगों की माने तो आग इतनी भीषण थी कि ऑफिस की छत उड़ गई। ऑफिस में ज्यादा सामान नहीं रखा था। बीती रात करीब 10 बजे तक ऑफिस का स्टॉफ अरुण के साथ था।
बताया जा रहा है कि ऑफिस में कोई ज्वलनशील पदार्थ नहीं था। ऐसे में सबसे बड़ा प्रश्न यह है कि आग ने इतना भीषण रूप कैसे लिया। क्या यह हादसा है ? बाइक सवार जिन्होंने मामले की सूचना दी वो कौन है य फिर यह कोई साजिश है। पुलिस सभी दृष्टिकोण से मामले की जांच कर रही है।
ऑफिस में लगी भीषण आग, सीआरपीएफ से रिटायर्ड जवान की मौत
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