भुवनेश्वर, । भारतीय फुटबॉल टीम ने रविवार रात भुवनेश्वर के कलिंगा स्टेडियम में कप्तान सुनील छेत्री और लालिंगजुआला छांगटे के गोलों की मदद से लेबनान को 2-0 से हराकर हीरो इंटरकॉन्टिनेंटल कप 2023 का खिताब जीत लिया है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भारतीय टीम को प्रतिष्ठित ट्रॉफी सौंपी। मुख्यमंत्री ने साथ ही भारतीय टीम को एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की।
भारतीय फुटबॉल टीम ने 5 साल बाद इंटरकॉन्टिनेंटल कप जीता:फाइनल मुकाबले में लेबनान को हराया, सुनील छेत्री और चांगते ने गोल दागे।
रविवार को लेबनान के खिलाफ फाइनल, मैच में भारतीय टीम के कप्तान सुनील छेत्री ने 46वें मिनट और यंग विंगर लल्लिंज़ुआला चांगते ने 66वें मिनट में गोल दागा।
भारत ने दूसरी बार खिताब अपने नाम किया। हालांकि, यह कप तीन बार ही हुआ है। 2018 में इसकी शुरुआत हुई। इंटरकॉन्टिनेंटल कप भारत होस्ट करता है। हर साल इसमें तीन टीमों को बुलाती है। ग्रुप में खेलने के बाद टॉप 2 टीमों के बीच फाइनल मुकाबला खेला जाता है।
मैच की शुरुआत में कोई भी गोल नहीं आया। दोनों टीमों ने कोशिश की लेकिन, एक भी गोल नहीं निकला। इस दौरान भारत के डिफेन्स ने शानदार काम किया। लेबनान ने मौके बनाने की कोशिश की लेकिन, भारत के आगे टीम गोल करने में नाकाम रही।
दूसरे हाफ में भारत ने दागे दो गोल
मैच के दूसरे हाफ में भारत ने दो गोल दाग दिए। हाफ की शुरुआत में भी कप्तान सुनील छेत्री ने गोल स्कोर किया। 46वें मिनट में चांगते के पास को भुनाते हुए छेत्री ने शानदार गोल दागा। इसके बाद 61वें मिनट में चांगते ने एक और गोल दाग दिया और जीत सुनिश्चित कर दी। चांगते प्लेयर ऑफ द मैच रहे।
भारतीय फुटबॉल टीम ने 1977 के बाद पहली बार लेबनान को हराया। आखिरी बार भारत ने लेबनान को प्रेसिडेंट कप में हराया था।
मैच के बाद समापन समारोह में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने विजेताओं को बधाई दी। उन्होंने कहा, “इस प्रतिष्ठित इंटरकॉन्टिनेंटल कप की मेजबानी करना हमारे राज्य के लिए बहुत गर्व की बात है। कड़ी प्रतिस्पर्धा के बावजूद भारत को जीत के लिए बधाई। हमारा इरादा ओडिशा में कई और फुटबॉल कार्यक्रम आयोजित करना और ओडिशा और भारत में खेल के विकास का समर्थन करना है।”
एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे ने कहा, “पिछले कुछ दिनों में कलिंगा स्टेडियम में राष्ट्रीय टीम को जीत देखने के इच्छुक प्रशंसकों की प्रत्याशा और उत्साह चरम पर था और अंतिम मुकाबले में स्टेडियम दर्शकों के शोर से गूंजता रहा। हमारे पास हीरो इंटरकांटिनेंटल कप का अंत इससे बेहतर नहीं हो सकता था। मैं भाग लेने वाली टीमों को सभी समर्थन और आतिथ्य प्रदान करने और एक शानदार टूर्नामेंट की मेजबानी करने के लिए ओडिशा सरकार को धन्यवाद देता हूं।”
भारतीय फुटबॉल के इस ऐतिहासिक रात में खेल और युवा सेवा मंत्री तुषारकांति बेहरा, सचिव वी कार्तिकेयन पांडियन, आयुक्त-सह-सचिव (खेल) विनील कृष्णा, एआईएफएफ अध्यक्ष कल्याण चौबे, एआईएफएफ महासचिव शाजी प्रभाकरन, और ओडिशा फुटबॉल एसोसिएशन सचिव आशीर्वाद बेहरा मौजूद थे।
इनके अलावा फाइनल मुकाबले में सऊदी अरब फुटबॉल फेडरेशन का एक प्रतिनिधिमंडल भी उपस्थित था, जिसमें उप महासचिव इब्राहिम अलकब्बा, सऊदी फेडरेशन के वरिष्ठ सलाहकार, हिचाम एल अमरानी और डीजीएस सहायक सचिव नोरा अलशुवेमैन शामिल थे।
फाइनल मुकाबले से पहले, सऊदी अरब के प्रतिनिधियों ने क्षेत्र में फुटबॉल के प्रचार और विकास पर चर्चा करने के लिए खेल और युवा सेवा सचिव, विनील कृष्णा और अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के महासचिव, डॉ. शाजी प्रभाकरन के साथ बैठक की।