नवादा। मासूम के साथ घृणित कार्य करने के मामले में आरोपी को उठक-बैठक की सजा देकर प्रकरण को रफा-दफा करने का एक वीडियो सामने आया है। मामला बिहार के नवादा जिले की एक गांव में करीब छह साल की एक मासूम के साथ हुई घटना से जुड़ा हुआ है।
यह मामला सार्वजनिक होने के बाद आरोपी को पंचायत ने उठक-बैठक की सजा दी। पांच दफा उठक-बैठक के बाद उसकी सजा पूरी हो गई। अब आरोपी मौज में है। गांव में इस मामले को लेकर लगी पंचायत की एक वीडियो क्लिप सार्वजनिक होने के बाद सभी लोगों को इसकी जानकारी हुई।
महज 14 सेकेंड के इस वीडियो में आरोपी उठक-बैठक करते हुए देखा जा रहा है। वीडियो भेजने वाले शख्स का कहना है कि घटना बड़ी है लेकिन जुर्म के अनुसार सजा छोटी है। इस प्रकार के घृणित और अमानवीय मामले को दबाना सही नहीं है।
वीडियो के बारे में बताया गया है कि यह अकबरपुर प्रखंड क्षेत्र के एक गांव का है। जहां 21 नवंबर को गांव की एक बच्ची को कुछ लालच देकर और फुसलाकर आरोपी युवक अपने मुर्गी फार्म पर ले गया। जहां उसके साथ घृणित काम किया गया। बाद में बच्ची ने घर पहुंच कर मामले की जानकारी परिजनों को दी। बच्ची के पिता गांव से बाहर रहते हैं। चाचा की जानकारी में बात आई तो थाना पुलिस में शिकायत दर्ज कराने की बात कही। इस बीच आरोपी ने अपने आका से संपर्क साधा। उसके आका कोई पूर्व मुखिया हैं। पूर्व मुखिया ने मामले में कमान संभाली और पंचायत बैठाकर मामले को रफा-दफा करा दिया।
चर्चा यह भी है कि इस मामले में पीड़ित पक्ष पर दवाब भी बनाया गया और लेन-देन का खेल हुआ। सभी को मैनेज किया गया। इस घटना की चर्चा अकबरपुर इलाके में हो रही है। लोगों को यह बात समझ में नहीं आ रही है कि इस मामले को क्यों दबाया गया। लोग चाहते हैं कि वरीय अधिकारी इस मामले में दखल दें और सच को सामने लाएं। कई समाजसेवियों ने नवादा के एसपी से मिलकर जांच कर कार्रवाई की मांग की है।