लखनऊ। समाजवादी पार्टी के पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक (पीडीए) अभियान पर एक और गहरी चोट लगी है। पांच बार के सांसद रहे सपा के राष्ट्रीय महासचिव सलीम शेरवानी ने रविवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया। शेरवानी ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर मुसलमानों की उपेक्षा का आरोप लगाया है।
अखिलेश को लिखी चिट्ठी में शेरवानी ने कहा कि पीडीए के नाम पर राजनीति हो रही है। मुसलमानों की उपेक्षा के कारण महासचिव पद से इस्तीफा दे रहा हूं। जल्द ही भविष्य का फैसला लूंगा। राज्यसभा के चुनाव में किसी मुसलमान को नहीं भेजा गया। बेशक मेरे नाम पर विचार नहीं होता लेकिन किसी मुसलमान को भी यह सीट मिलनी चाहिए थी। उन्होंने पत्र में लिखा कि मुझे लगता है सपा में रहते हुए मुसलमान की हालत में बहुत परिवर्तन नहीं हो सकता। इसके लिए मेरा इस्तीफा दे देना ही ठीक है। इसके बाद का निर्णय सोच विचार कर करूंगा।
शेरवानी चार बार सपा और एक बार कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले वह सपा छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे। इसके बाद उनकी घर वापसी हो गई थी।
इससे पहले वरिष्ठ नेता एवं विधानपरिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा महासचिव के पद से इस्तीफा दे दिया था। हालांकि मौर्य ने कहा था कि उन्होंने सिर्फ महासचिव पद से इस्तीफा दिया है, पार्टी से नहीं।