मुंबई। मुंबई में मस्जिद स्टेशन के बने ब्रिटिशकालीन पुल को रेलवे ने चार क्रेन की मदद से पूरा ध्वस्त कर दिया गया। इसके बाद मध्य रेलवे की सेवा भी शुरू कर दी गई है। इस पुल को ध्वस्त करने के लिए मध्य रेलवे ने शनिवार रात 11 बजे से 27 घंटे का मेगाब्लाक घोषित किया था, लेकिन मध्य रेलवे ने यह काम 17 घंटे में पूरा कर लिया ।
दरअसल, मुंबई में मस्जिद स्टेशन के पास कर्नाक पुल ब्रिटिश काल के दौरान वर्ष 1867 में बनाया गया था। वर्ष 2018 में कर्नाक पुल को खतरनाक घोषित कर दिया गया था। इसे गिराने की कानूनी प्रक्रिया शुरू की गई। पुल को गिराने के लिए रेलवे ने शनिवार रात 11 बजे से मेगाब्लॉग घोषित किया गया था। इसके लिए सीएसएमटी जाने वाली मेन, हार्बर और मेल एक्सप्रेस ट्रेनों तथा लोकल ट्रेनों को रद्द कर दिया गया था। इससे रविवार को यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। रेलवे टीम ने चार क्रेनों की मदद से तय समय से पहले ही करीब 17 घंटे पहले ध्वस्तीकरण कार्य पूरा कर लिया। इसके बाद ओवरहेड वायर को जोडऩे का काम शुरू किया गया।
मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकार शिवाजी सुतार के अनुसार मध्य रेलवे की लोकल सेवा फिलहाल शुरु कर दी गई है। ओवरहेड का काम भी बहुत जल्द पूरा हो जाएगा और मध्य रेलवे की सेवा पूर्ववत हो जाएगी। उन्होंने बताया कि रेलवे प्रशासन ने कर्नाक पुल को गिराने के लिए 350 की भार क्षमता वाली चार क्रेन, 50 गैस कटर और 300 गैस सिलेंडर का इस्तेमाल किया गया। इस दौरान पुल के नीचे 200 कर्मचारी, ओएचई विभाग के 150 कर्मचारी सहित 400 कर्मियों को तैनात किया गया था।