कानपुर। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से उत्तर प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है और तीन दिनों से स्थानीय स्तर पर बारिश हो रही है। कानपुर में बीते 24 घंटे में 31.4 मिमी बारिश हुई। मौसम विभाग का कहना है कि अभी भी उत्तर प्रदेश में और बारिश के आसार हैं। इसके साथ ही मेघ गर्जन और ओलावृष्टि भी स्थानीय स्तर पर होने की संभावना है। राजधानी लखनऊ सहित विभिन्न जिलों में रुक-रुक कर लगातार बारिश जारी है।
चन्द्रशेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डॉ. एसएन सुनील पाण्डेय ने रविवार को बताया कि पश्चिमी विक्षोभ को उत्तरी अफगानिस्तान और आसपास के क्षेत्रों पर एक चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जाता है। इस चक्रवाती परिसंचरण से उत्तर पश्चिमी अरब सागर तक एक ट्रफ रेखा फैली हुई है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण को अब पश्चिमी राजस्थान और उससे सटे पाकिस्तान पर एक प्रेरित निम्न दबाव क्षेत्र के रूप में देखा जा रहा है।
संबद्ध चक्रवाती परिसंचरण औसत समुद्र तल से 1.5 किमी ऊपर तक फैला हुआ है। उत्तर-पूर्वी बिहार के ऊपर एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र पूर्वोत्तर असम पर है। पांच मार्च की रात से एक ताज़ा पश्चिमी विक्षोभ पश्चिमी हिमालय क्षेत्र की ओर आ सकता है।
सभी जनपदों में बारिश की संभावना
मौसम की इन गतिविधियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में आगामी दो दिन स्थानीय स्तर पर लगभग सभी जनपदों में बारिश की संभावना है। मेघ गर्जन और ओलावृष्टि फसलों के उत्पादन पर प्रतिकूल प्रभाव के आसार हैं। ऐसे में किसानों को सलाह दी जाती है इस दौरान फसलों में सिंचाई के कार्य को स्थगित रखें।
उन्होंने बताया कि कानपुर में अधिकतम तापमान 23.2 और न्यूनतम तापमान 16.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह की सापेक्षिक आर्द्रता 92 और दोपहर की सापेक्षिक आर्द्रता 78 प्रतिशत रही। हवाओं की दिशाएं उत्तर पूर्व रहीं जिनकी औसत गति 7.8 किमी प्रति घंटा रही और 24 घंटे के अंतराल में 31.8 मिमी बारिश हुई।
मौसम पूर्वानुमान के अनुसार अगले पांच दिनों में हल्के से मध्यम बादल छाए रहेंगे और सोमवार तक मध्य तेज हवाओं, गरज-चमक एवं ओलावृष्टि के साथ स्थानीय स्तर पर हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।