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आईएमएफ प्रमुख जॉर्जीवा से जी-20 एफएमसीबीजी बैठक पर सीतारमण ने की बात

by City Headline
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नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरराष्ट्रीय मु्द्रा कोष (आईएमएफ) प्रमुख क्रिस्टालिना जॉर्जीवा के साथ आगामी जी-20 वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक गवर्नर्स (एफएमसीबीजी) की बैठक को लेकर बातचीत की।
वित्त मंत्री वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए आयोजित इस बैठक में आईएमएफ प्रबंध निदेशक (एमडी) जॉर्जीवा से बहुपक्षीय फंडिंग एजेंसी से क्रिप्टो-संपत्ति के नियमन के लिए वैश्विक स्तर पर समन्वित दृष्टिकोण विकसित करने का आग्रह किया। निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को एक के बाद एक ट्विट कर यह जानकारी दी।
मंत्रालय के मुताबिक वित्त मंत्री ने इस महीने के अंत में बेंगलुरु में आयोजित होने वाली आगामी जी-20 एफएमसीबीजी बैठक को लेकर जॉर्जीवा से विचार-विमर्श किया। सीतारमण ने भारत की अध्यक्षता में जी-20 वित्त ट्रैक के तहत होने वाले कई कार्यों के लिए आईएमएफ प्रमुख को धन्यवाद भी दिया। उन्होंने जॉर्जीवा से कहा कि भारत सभी के लिए एक शांतिपूर्ण, टिकाऊ और समृद्ध दुनिया के लिए बहुपक्षवाद और ग्लोबल गवर्नेंश को मजबूत करने के लिए जी-20 की अध्यक्षता के दौरान नेतृत्व की भूमिका निभाता रहेगा।

भारत और आईएमएफ की भूमिका पहले से अधिक मजबूत होगी

मंत्रालय के मुताबिक क्रिस्टालिना जॉर्जीवा ने भारत को चुनौतीपूर्ण वैश्विक समय में मजबूत आर्थिक प्रदर्शन और अर्थव्यवस्था को डिजिटल बनाने में सबसे आगे रहने और खासतौर पर डिजिटल भुगतान के क्षेत्र में अपनी भूमिका के लिए बधाई दी। जॉर्जीवा ने आईएमएफ और भारत के बीच साझेदारी, एसआरटीटीएसी और दिल्ली में भारत के 50 मिलियन डॉलर के योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि इससे दक्षिण एशियाई क्षेत्र में क्षमता निर्माण में भारत और आईएमएफ की भूमिका पहले से अधिक मजबूत होगी।
वित्त मंत्रालय के मुताबिक दोनों नेताओं ने वार्ता के दौरान तुर्किये और सीरिया में भीषण प्राकृतिक आपदा से प्रभावित लोगों के साथ एकजुटता भी व्यक्त की। सीतारमण ने जॉर्जीवा को बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एनडीआरएफ, एनडीआरएफएचक्यू और ऑपरेशन दोस्त के तहत चिकित्सा टीमों की तैनाती के माध्यम से भारत के तत्काल समर्थन देने का प्रयास किया।
दोनों नेताओं ने इस बैठक में जी-20 देशों के नेतृत्व के माध्यम से सबसे कमजोर और कम प्रतिनिधित्व वाली आवाजों का स्वर बनने की आवश्यकता पर बल दिया। सीतारमण ने जॉर्जीवा को यह भी बताया कि जी-20 वित्त ट्रैक चर्चाओं में कर्ज मुद्दे सबसे आगे होंगे।