गोंंडा। सरकारी जमीन पर जालसाजी कर अवैध कब्जा करने के मामले में भाजपा सांसद के भतीजे सहित कुल नौ लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ है। जिलाधिकारी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने यह कार्रवाई की है।
खिलाड़ियों के आरोप से घिरे कैसरगंज से भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही है। इसी कड़ी में जिला प्रशासन ने सरकारी जमीन कब्जा करने के मामले में उनके भतीजे सुमित भूषण सहित नौ लोगों के खिलाफ जालसाजी का मुकदमा दर्ज कराया है। सुमित की दक्षियायिनी कंस्ट्रक्शन के नाम से कंपनी चल रही है।
इस कंपनी के नाम जालसाजी करके सरकारी जमीन बैनामा करने का आरोप लगा है। जिस जमीन का बैनामा किया गया है वो सिविल लाइंस रोड पर है। करीब तीन एकड़ बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर चारों तरफ से बाउंड्री वाल बनाया गया था।
नगर पालिका की जमीन को प्रशासन ने बाउंड्री वाल तोड़कर खाली कराया था। प्रशासन के अधिकारियों के मुताबिक, जांच के दौरान पाया गया कि वर्ष 1950 से लेकर आज तक नगर पालिका ने किसी को पट्टा भी नहीं दिया है। इस जमीन का फ्रीहोल्ड भी नहीं हुआ है। वैसे यह सरकारी जमीन है। इसलिए किसी को बैनामा का अधिकार भी नहीं है। प्रशासन ने अवैध कब्जा मुक्त कराया था। सरकारी जमीन पर बाउंड्री वाल का निर्माण कैसे किया गया। इस सवाल का जवाब देने से प्रशासन बचता रहा।
नगर पालिका की सरकारी जमीन, राजस्व अभिलेखों में यह जमीन सरकार बहादुर कैसरे हिंद के नाम दर्ज है। इस जमीन को सदानंद अर्जुन प्रसाद काशीराम सहित आठ लोगों ने फर्जी तरीके से दक्षियायिनी कंस्ट्रक्शन कंपनी को बैनामा किया था।
प्रभारी निरीक्षक नगर कोतवाली ने बताया कि नगरपालिका के नजूल निरीक्षक की तहरीर पर नौ लोगों के खिलाफ जालसाजी धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।