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कानपुर में होली ब्रिटिश हुकूमत को मात देने की याद में 13 को खेली जाएगी

by Suyash

कानपुर । कानपुर पर होली का रंग कुछ अनूठे अंदाज़ में चढ़ता है। पूरे देश में होली एक साथ धूमधाम से मनाई जाती है लेकिन कानपुर की होली की बात ही कुछ और है। हो भी क्यों न यहां पर आजादी से पूर्व ब्रिटिश हुकूमत ने होली पर प्रतिबंध लगा दिया था, जिसके विरोध में लोग जेल गये और जेल से छूटने के बाद फिर होली का त्योहार मनाया गया। ऐसे में यह परंपरा बन गई और अनुराधा नक्षत्र पर कानपुर में एतिहासिक होली मनाई जाने लगी। इस बार यह तारीख 13 मार्च है और पूरा कानपुर इस दिन रंगों से सरोबार दिखेगा।
कानपुर नगर अपनी अनूठी एवं महत्वपूर्ण ऐतिहासिक घटनाओं के लिए पूरे देश में अपना एक विशेष महत्व रखता है। आगामी सात मार्च को होली है। कानपुर की होली पूरे भारत में अपना अलग स्थान रखती है क्योंकि कानपुर में होली से लेकर कानपुर हटिया होली मेला (गंगा मेला) तक होली का उल्लास रहता है।
प्रेसवार्ता करते हुए ज्ञानेन्द्र विश्नोई ने बताया कि इस बार 82वां होली का मेला 13 मार्च दिन सोमवार अनुराधा नक्षत्र में प्राचीन परम्परा के अनुसार होगा। रंग ठेले मार्ग हटिया रज्जन बाबू पार्क से प्रारम्भ होकर जनरलगंज बाजार, मनीराम बगिया, मेस्टन रोड, चौक, टोपी बाजार, कोतवालेश्वर मन्दिर चौक, चौक सर्राफा, बीच वाला मन्दिर मेस्टन रोड, कोतवाली चौराहा, संगमलाल मन्दिर, कमला टावर, फीलखाना, बिरहाना रोड, नयागंज चौराहा, शतरंगी मोहाल, लाठी मोहाल, जनरलगंज बाजार होते हुए हटिया रज्जन बाबू पार्क में आकर पूर्ण विश्राम लेता है।
पत्रकार वार्ता में संरक्षक मूलचन्द सेठ, रामविलास गुप्ता, हरि गुप्ता, संयोजक ज्ञानेन्द्र कुमार विश्नाई, विनय सिंह, गोपी कृष्ण ओमर उपस्थित रहे।