कानपुर। सड़क सुरक्षा से जुड़े नये कानूनों के विरोध में चालकों की हड़ताल का असर उत्तर प्रदेश में दिखने लगा है। मंगलवार को राजधानी लखनऊ,कानपुर, वाराणसी समेत शहर के कई पेट्रोल पंपों पर ईंधन खत्म हो गया, जिसके चलते जो पेट्रोल पंप चालू रहे उन पर वाहनों की भारी भीड़ लग गई। लोग अपने नंबर के इंतजार में घंटों खड़े रहे और पुलिस लाइन लगवाती रही।
वाहन चालक सड़क सुरक्षा के लिए बने नये कानून का कई दिनों से सांकेतिक विरोध कर रहे हैं,लेकिन सोमवार से यूनियन की ओर से हड़ताल कर दी गई। इससे जहां लोगों को आने जाने में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है तो वहीं वह हर वस्तु जो ट्रांसपोर्टर से जुड़ी है उस पर दिक्कते बढ़ने लगी। हड़ताल के दूसरे ही दिन मंगलवार को इसका असर बढ़ गया और पेट्रोल पंपों में डीजल, पेट्रोल व गैस की कमी पड़ गई। इससे लोग उन पेट्रोल पंपों की ओर रुख कर लिये जो संचालित रहे।
ऐसे में संचालित पेट्रोल पंपों पर भारी भीड़ लग गई और लंबी लंबी लाइनें लग गई। कई जगहों पर पहले लेने के चक्कर पर छुटपुट घटनाएं भी सामने आईं, लेकिन पुलिस की सक्रियता से सब कुछ सही रहा और बिना लाइन के किसी को भी पेट्रोल, डीजल व गैस नहीं दिया गया। भारी भीड़ को देखते हुए यह सुनिश्चित नहीं है कि बुधवार तक कितने पेट्रोल पंप संचालित रह पाएंगे।
हर्ष नगर स्थिति पेट्रोल पंप के मैनेजर ने बताया कि हमारी क्षमता 50 हजार लीटर की है। इसके साथ ही पांच टैंकर एडवांस में मंगा लिया था लेकिन बढ़ती मांग को देखते हुए संभावना है कि बुधवार दोपहर तक पेट्रोल पंप को संचालित किया जा सकता है।