हरिद्वार। हरिद्वार के उत्तर में चंडीदेवी मन्दिर के ठीक नीचे बने प्राचीन सिद्ध पीठ श्री दक्षिण काली मंदिर में जमीयत-उलेमा-ए- हिन्द और मदरसा दारुल उलूम देवबंद के सदर मौलाना अरशद मदनी के प्रवेश को लेकर काली सेना ने विरोध जताया है।
काली सेना प्रमुख और शंकराचार्य परिषद के अध्यक्ष शांभवी पीठाधीश्वर स्वामी आंनद स्वरूप ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जो व्यक्ति गोमांस का भक्षण करता है और हिन्दुओ के क़त्लेआम की बात करता है, ऐसे व्यक्ति के कदम इस पवित्र सिद्ध पीठ मंदिर में पड़ना हिन्दू धर्म व सभी धर्मावलंबियों के लिए बड़े शर्म की बात है। इतना ही नहीं बल्कि ऐसे अधर्मी को मंदिर में आदर सहित आमन्त्रित कर उसका महिमामंडन करके सनातन धर्म पर कलंक लगाने का काम किया गया है। उन्होंने कहा कि इसके लिए निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी को हिन्दू समाज से माफी मांगने चाहिए।
स्वामी आनंद स्वरूप ने अपने ट्विटर हैंडल पर ट्वीट कर सभी अखाड़ों व धर्मावलंबियों से तत्काल इसका संज्ञान लेने व इसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
बीते दो रोज पहले मौलाना अरशद मदनी दक्षिण काली मंदिर में पहुंचे थे, जहां दक्षिण काली मंदिर व निरंजन पीठाधीश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि के बीच किन्हीं मुद्दों पर मंत्रणा हुई थी।