हमीरपुर। जिले में अब प्राथमिक स्कूलों में बच्चों को टैबलेट जरिए पढ़ाने की तैयारी डिपार्टमेंट ने की है। इसके लिए शासन ने 1320 टैबलेट डिपार्टमेंट को दिए हैं। बच्चों को टैबलैट से पहली बार पढ़ाने के साथ टीचरों की हाजिरी भी लगेगी, जिससे यहां टीचरों में टेंशन देखा जा रहा है।
योगी सरकार प्राइमरी स्कूलों में शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए लगातार कदम उठा रही है। बच्चों की पढ़ाई और लिखाई में ही सरकार हर साल करोड़ों रुपये का फंड भी खर्च कर रही है, फिर भी बच्चों की पढ़ाई यहां स्कूलों में रामभरोसे चल रही है। स्कूलों में टीचरों के देर से आने और पढ़ाई में रुचि न लेने की अक्सर शिकायतें आती है, लेकिन इन पर लगाम लगाने में डिपार्टमेंट भी फेल साबित हो रहा है। प्राइमरी स्कूलों की हालत यह है कि वहां पढ़ने वाले बच्चे सीएम और डीएम तक का नाम नहीं बता पाते हैं।
अब सरकार ने प्राइमरी स्कूलों की शिक्षा व्यवस्था पर बड़ा बदलाव करने का फैसला किया है। जिसे लेकर टीचरों में बेचैनी बढ़ गई है। कान्वेंट स्कूलों की तरह अब परिषदीय स्कूलों में बच्चों को पढ़ाने के लिए सरकार ने टैबलेट हर जिले में बेसिक शिक्षा विभागों को भेजे है। हमीरपुर में ही बीएसए डिपार्टमेंट को 1320 टैबलेट मुहैया कराए गए हैं। यहां जिन स्कूलों में दो टीचरों की तैनाती है, वहां एक और इससे अधिक टीचरों की तैनाती पर स्कूलों में दो-दो टैबलेट देने का प्लान बनाया गया है।
टैबलेट के जरिए टीचरों की लगेगी हाजिरी
टैबलेट से बच्चों को पढ़ाने के साथ ही टीचरों की भी हाजिरी लगेगी। बीएसए एके सिंह ने बताया कि परिषदीय स्कूलों के टीचरों को टैबलेट मुहैया कराने के लिए शासन से अभी 1320 टैबलेट मिले है। जिन्हें जल्द ही स्कूलों में वितरित कराए जाएंगे। बताया कि ये टैबलेट बच्चों को पढ़ाने के साथ-साथ टीचरों की हाजिरी भी ली जाएगी।
जिला समन्वयक हरीश कुमार ने बताया कि 1320 टैबलेट बीआरसी के जरिए स्कूलों में वितरित कराएं जाएंगे। इसमें कुरारा क्षेत्र के 97 स्कूलों में 181 टैबलैट भेजे जाएंगे, वहीं मौदहा क्षेत्र के 131 स्कूलों में 246, सुमेरपुर क्षेत्र के 122 में 205, गोहांड के 87 स्कूलों में 166, मुस्करा के 88 स्कूलों में 144, राठ के 90 स्कूलों में 164, सरीला के 112 स्कूलों में 205 एवं नगरीय क्षेत्र हमीरपुर के स्कूलों में 9 टैबलेट जस्द ही भेजे जाएंगे।