डिब्रूगढ़ (असम)। डिब्रूगढ़ जिलांतर्गत टिंगखांग के गेला-दिसांग कदमनी झील एक ऐसा झील है जो सुंदर पक्षियों का स्थायी आवास बन गया है।
सर्दियां आते ही दूर-दूर से विभिन्न प्रवासी पक्षी झील में आते हैं। पक्षियों के आने से झील विभिन्न प्रवासी पक्षियों की मधुर स्वर लहरियों से गूंज उठता है। जो लोगों के मन को मोह लेते हैं। सर्दियों के मौसम में इन दिनों विभिन्न प्रकार के रंग-बिरंगे प्रवासी पक्षी झील में पहुंच गये हैं। गर्मी शुरू होते ही ये पक्षी वापस लौट जाएंगे।
टिंगखांग के गेला-दिसांग कदमनी झील प्रवासी पक्षियों का अस्थायी निवास स्थान को देखने के लिए कई प्रकृति प्रेमी दूर-दूर से इन खूबसूरत पक्षियों को देखने तथा उनकी मधुर स्वर लहरियों को सुनने के लिए आते हैं। कई प्रकार के पक्षी यहां पर खुले में घूमते हैं। खास कर नीले रंग की चिड़िया। इन प्रवासी पक्षियों को देखने के लिए झील के किनारे लोगों की भीड़ इन दिनों देखी जा रही है।
ऐसे कई लोग हैं जिन्होंने प्रकृति के प्रति दुर्लभ प्रेम दिखाया है। स्थानीय लोगों ने पक्षी संरक्षण समिति का गठन कर झील में शरण लेने वाले पक्षियों की सुरक्षा के लिए सख्त कानून बनाया है। कानून के मुताबिक किसी पक्षी को मारने वाले पर 5,000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा
स्थानीय लोगों ने इस झील को सुंदर बनाने और इसे पक्षी अभयारण्य में बदलने की योजना बनायी है।
असम: गेला-दिसांग कदमनी झील में प्रवासी पक्षियों ने बढ़ाई रौनक
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