टोक्यो । दुनिया के सात अमीर देशों के समूह जी-7 ने खुले हिंद प्रशांत क्षेत्र पर जोर देते हुए इसके महत्व को दोहराया है। जी-7 देशों अमेरिका, इंग्लैंड, जापान, इटली, जर्मनी, फ्रांस व कनाडा के विदेश मंत्रियों ने भारत के साथ सहयोग बढ़ाने का संकल्प भी लिया है।
जापान के नागानो में स्थित करुइजावा में तीन दिन तक चली बैठक में जी-7 के विदेश मंत्रियों ने मुक्त व खुले हिंद-प्रशांत को कानून के शासन के आधार पर समावेशी, समृद्ध, सुरक्षित क्षेत्र बनाने की बात कही। इस क्षेत्र में संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और विवादों के शांतिपूर्ण समाधान, मौलिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों सहित साझा सिद्धांतों की रक्षा सुनिश्चित करने को जरूरी बताया गया। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के साथ अपने जुड़ाव को बढ़ाने के लिए भागीदारों का स्वागत करते हुए आसियान और इसके क्षेत्रीय भागीदारों के साथ अपने समन्वय को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया गया। करते हैं। मंत्रियों ने प्रशांत द्वीप देशों के साथ साझेदारी की फिर से पुष्टि की और छोटे द्वीप विकासशील राज्यों पर चौथे अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन के माध्यम से प्राथमिकताओं व जरूरतों का समर्थन दोहराया।