- वाराणसी के हरिहरपुर में ढाई एकड़ में 250 बेड का अस्पताल हाईटेक मशीनों व सुविधाओं से लैस होगा
- एक साल में बन कर तैयार होगा अस्पताल, शंकर नेत्रालय में 80 फीसदी लोगों का मुफ्त इलाज होगा
वाराणसी। एक माह तक चलने वाले “काशी तमिल संगमम” के बीच काशी को बड़ी सौगात मिली है। यहां शीघ्र ही शंकर नेत्रालय खुलेगा। बड़ा नेत्र अस्पताल खुलने से वाराणसी सहित पूर्वांचल और पड़ोसी बिहार राज्य के लोग नेत्र सम्बंधी इलाज करा सकेंगे।
रविवार को केन्द्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अस्पताल के लिए विधिवत भूमि पूजन किया। इस अवसर पर केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि देश में आंखों का एक अद्भुत सेवा करने वाले संगठन है। इसका प्रेरणा हमारे गुरु कांची कामकोटि शंकराचार्य का है। इस परिवार से जुड़े लोग पिछले 40 साल से इस महत्वपूर्ण कार्य को आगे बढ़ा रहे हैं। उत्तर प्रदेश सरकार और जिला प्रशासन इसमें हर संभव मदद करेगी, जिससे जनता की अपेक्षा को हम पूर्ण कर पाएंगे।
उन्होंने बताया कि झुनझुनवाला फाउंडेशन और राकेश झुनझुनवाला का परिवार इसमें खुले मन से सहयोग दे रहा है। शंकरा हॉस्पिटल के ग्रुप पूरे देश में 113 जिलों के सेवा में अभी लगे हुए हैं। भारत में 750 से ज्यादा जिला है, 113 जिले का कवर पहले से हो रहा है, जबकि 13 हॉस्पिटल अभी क्रियाशील हैं। उत्तर प्रदेश के कानपुर में यह सुविधा है। उन्होंने बताया कि भुगतान करने में जो सक्षम नहीं होंगे, उनको भी यहां सारी सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
बहुत बड़ा अवसर है यह
कार्यक्रम में जिलाधिकारी एस राजलिंगम कहा कि यह बहुत बड़ा अवसर है, जो बनारस को एक अच्छा नेत्र हॉस्पिटल मिल रहा है। जब काशी-तमिल संगमम का आयोजन हो रहा है, तो शंकरा आई फाउंडेशन की ओर से यह काशी के लिए बहुत बड़ा योगदान है। इससे क्षेत्र में सभी वर्ग के लोग खासकर गरीब तबके के लोगो को बहुत ही फायदा मिलेगा। वाराणसी की स्वास्थ्य अवस्थापना में एक और कड़ी होगा, जो यहां की आवश्यकता भी है। पूरे देश में अब तक इनका 13 हॉस्पिटल विभिन्न राज्यों में जो चल रहा है। लगभग 23 लाख सर्जरी सफलतापूर्वक इनके द्वारा कराया जा चुका है। प्रदेश में इससे पहले कानपुर में भी एक हॉस्पिटल स्थापित है और यह दूसरा हॉस्पिटल होगा। प्रतिदिन लगभग 730 ऑपरेशन इनके द्वारा किया जा रहा है और सब कुछ मुफ्त है।
जिलाधिकारी ने जिला प्रशासन की ओर से पूरी तरह से आश्वस्त करते हुए कहा कि इस हॉस्पिटल निर्माण में जो और जैसा सहयोग चाहिए, वैसा मिलेगा। पूर्वांचल में मेडिकल का हब बन चुके वाराणसी में बड़े नेत्र अस्पताल की सौगात मिल रही है। वाराणसी के हरिहरपुर में शंकर नेत्रालय की स्थापना होगी। दक्षिण का श्री कांची कामकोटि मेडिकल ट्रस्ट इसकी शुरुआत करेगा। माना जा रहा है एक साल में बनकर ये अस्पताल तैयार हो जाएगा। यह सौगात पूर्वांचल के लोगों के लिए खासी मददगार होगी। हरिहरपुर में तैयार होने वाले इस अस्पताल में ओपीडी से लेकर भर्ती और ऑपरेशन तक की सुविधाएं लोगों को आने वाले समय में मिलेंगी। 250 बेड का यह अस्पताल हाईटेक मशीनों के साथ हाईटेक सुविधाओं से लैस होगा। 80 फीसदी लोगों का मुफ्त इलाज और 20 फीसदी लोगों से ही जो भुगतान करने में सक्षम होंगे, उनसे पैसा लिया जाएगा।
लगभग ढाई एकड़ की जमीन पर यह अस्पताल तैयार किया जाएगा। इस अवसर पर चेयरमैन एस बालासुब्रमण्यम, फाउंडर और मैनेजिंग ट्रस्टी आर डी रमणी और झुनझुनवाला फाउंडेशन की रेखा झुनझुनवाला आदि भी मौजूद रहे।