शिमला, 19 अगस्त – हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा की एक सीट पर हुए चुनाव में विधायकों की कथित खरीद-फरोख्त के मामले में शिमला पुलिस की एसआईटी ने जांच की रफ्तार बढ़ा दी है। एसआईटी अब उन हेलीकॉप्टर कंपनियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने की तैयारी में है, जिनमें क्रॉस वोटिंग करने वाले कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों ने उड़ान भरी थी।
पिछले दिनों एसआईटी ने कोर्ट से सर्च वारंट लेकर गुड़गांव स्थित हेलीकॉप्टर कंपनियों के दफ्तरों में छापेमारी की थी, लेकिन गुड़गांव पुलिस के अड़चन के कारण उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ा। एसआईटी ने इस पूरे मामले की रिपोर्ट शिमला कोर्ट में पेश की है, जिसमें हेलीकॉप्टर कंपनियों द्वारा जांच में सहयोग न करने और कोर्ट के आदेशों की अवमानना का उल्लेख किया गया है। अब एसआईटी इन कंपनियों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट लेने की प्रक्रिया शुरू कर रही है।
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शिमला पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जैसे ही कोर्ट से गिरफ्तारी वारंट मिलेगा, एसआईटी पूरी तैयारी के साथ गुड़गांव में इन कंपनियों के परिसरों में फिर से छापेमारी करेगी। एसआईटी इस मामले में कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए जांच को आगे बढ़ा रही है और जल्द ही गिरफ्तारियां भी शुरू हो सकती हैं।
मामला राज्यसभा चुनाव का है, जिसमें कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय विधायकों ने भाजपा उम्मीदवार को वोट दिया था। नतीजतन, सत्तारूढ़ कांग्रेस के उम्मीदवार अभिषेक मनु सिंघवी चुनाव हार गए और भाजपा ने राज्यसभा की सीट जीत ली। हर्ष महाजन राज्यसभा सदस्य बने। चुनाव नतीजों के कुछ ही दिन बाद क्रॉस वोटिंग करने वाले ये नौ विधायक (कांग्रेस के छह और तीन निर्दलीय) भाजपा में शामिल हो गए और उन्हें कई दिनों तक कड़े सुरक्षा घेरे में हरियाणा और उत्तराखंड के होटलों में रखा गया। एसआईटी अब इन विधायकों के होटलों में ठहरने और उनकी हेलीकॉप्टर यात्रा के खर्च की जांच कर रही है। इनमें से आशीष शर्मा, सुधीर शर्मा, और इंद्रदत्त लखनपाल उपचुनाव में भाजपा की टिकट पर जीतकर फिर से विधायक बने हैं, जबकि छह पूर्व विधायक हार गए हैं।
हिमाचल में यह राज्यसभा चुनाव 27 फरवरी को हुआ था और क्रॉस वोटिंग की वजह से भाजपा ने यह सीट जीत ली। कांग्रेस ने भाजपा पर विधायकों की खरीद-फरोख्त के आरोप लगाए थे और 10 मार्च को कांग्रेस विधायकों संजय अवस्थी और भुवनेश्वर गौड़ ने बालूगंज थाना में मामला दर्ज करवाया। एफआईआर में भाजपा विधायक आशीष शर्मा और पूर्व आईएएस राकेश शर्मा को नामजद किया गया। एसआईटी ने इस मामले में अब तक कई नेताओं से पूछताछ की है और आगे भी कई नेताओं से पूछताछ की जानी बाकी है।