मुंबई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली सरकार ने बुधवार को कैबिनेट की बैठक में सूबे में लगातार बारिश होने को प्राकृतिक आपदा मानने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। इससे राज्य के किसानों को लाभ मिलने वाला है।
कैबिनेट की बैठक में प्राकृतिक आपदा के नियमों में संशोधन किए जाने का प्रस्ताव कृषि विभाग द्वारा लाया गया था। इस प्रस्ताव के तहत अगर राज्य में लगातार पांच दिनों तक 10 मिमी से ज्यादा बारिश होती है तो इसे प्राकृतिक आपदा माना जाएगा। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने इस प्रस्ताव को आम सहमति से मंजूर कर दिया है।
मंत्री सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि यह सरकार द्वारा किसानों के हित में लिया गया फैसला है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने लगातार बारिश को प्राकृतिक आपदा घोषित करने का निर्णय लिया है। अगर हर दिन बारिश हो और उसमें निरंतरता बनी रहे तो फसल खराब होने की स्थिति में किसानों को मदद मिल सकती है। इससे पहले राज्य में 65 मिमी से अधिक बारिश, ओलावृष्टि या बारिश नहीं होने पर सहायता प्रदान की जाती थी। सुधीर मुनगंटीवार ने कहा कि अब एकनाथ शिंदे की सरकार ने लगातार बारिश को प्राकृतिक आपदा के रूप में शामिल करने का फैसला किया है। इससे किसान लाभान्वित होंगे।