नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने गुरुवार को भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा करते हुए कहा कि लैंडफिल साइट्स पर पहले से दोगुनी गति से काम चल रहा है और मार्च-अप्रैल 2024 तक पूरा कूड़ा खत्म हो जाएगा। जल्द ही हम दिल्ली को कूड़ा मुक्त करेंगे। इस महीने ओखला लैंडफिल साइट के बाद मुख्यमंत्री का यह दूसरा दौरा है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने इस दौरान साइट से कूड़ा खत्म करने की प्रक्रिया को समझा और दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) को दोगुनी गति से काम करते हुए अगले साल मार्च-अप्रैल तक पूरा कूड़ा खत्म करने के निर्देश दिए, ताकि यहां रहने वाले निवासियों को शुद्ध हवा मिल सके। दिल्ली को साफ सुथरा व सुंदर बनाया जा सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि भलस्वा से दिसंबर तक 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा उठा देंगे और मार्च-अप्रैल 2024 तक पूरा कूड़ा खत्म कर देंगे। लैंडफिल साइट्स पर पहले से अब दोगुनी गति से काम चल रहा है और जल्द ही हम दिल्ली को कूड़ा मुक्त करेंगे। इस अवसर पर शहरी विकास मंत्री सौरभ भारद्वाज, एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबेराय, डिप्टी मेयर आले इकबाल, एमसीडी कमिश्नर व स्थानीय विधायक समेत वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
भलस्वा लैंडफिल साइट से कूड़ा हटाने की प्रक्रिया का जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 30 सालों में भलस्वा लैंडफिल साइट एक बड़ा कूड़े का पहाड़ बन गया है। पूरी दिल्ली का कूड़ा यहां आता है। इस कूड़े के पहाड़ को हटाने का कार्य चल रहा है। एनजीटी के आदेश के बाद 2019 में यहां से कूड़ा हटाया जाना शुरू हुआ था। उस समय भलस्वा लैंडफिल साइट पर करीब 80 लाख मीट्रिक टन कूड़ा मौजूद था। 2019 से लेकर आज तक 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा हटाया जा चुका है, जबकि 50 लाख मीट्रिक टन साइट पर पड़ा है।
केजरीवाल ने कहा कि हमलोगों ने दिसंबर 2023 तक 30 लाख मीट्रिक टन कूड़ा हटाने का लक्ष्य रखा है। हमें पूरी उम्मीद है कि अगले साल मार्च-अप्रैल तक लैंडफिल साइट पर बचा 50 लाख मीट्रिक टन कूड़े को हटा दिया जाएगा। कूड़ा हटाने की पहले जो गति थी, अब उससे दोगुनी गति से काम चल रहा है। इसकी समीक्षा भी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि पहले यहां से 6500 मीट्रिक टन कूड़ा प्रतिदिन उठाया जा रहा था। लेकिन कल (बुधवार) से 9 हजार मीट्रिक टन कूड़ा उठ रहा है।
मीडिया से बातचीत के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि लैंडफिल साइट पर जो नया कूड़ा आ रहा है, उसके लिए अलग से इंतजाम किया गया है। नए आने वाले कूड़े के निपटान की अतिरिक्त व्यवस्था की गई है और लगातार उसको डिस्पोज किया जा रहा है। दिल्ली में प्रतिदिन करीब 11 हजार मीट्रिक टन कूड़ा बनता है। उसमें से 8100 मीट्रिक टन से अधिक कूड़े के डिस्पोजल का हम लोगों के पास इंतजाम है। वहीं, करीब 2800 मीट्रिक टन कूड़ा रोजाना बच रहा है। इसके लिए ओखला में एक हजार मीट्रिक टन का अतिरिक्त क्षमता बढ़ाने का काम चल रहा है।