गुवाहाटी, 13 अगस्त- असम के मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा ने यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मेघालय (यूएसटीएम) पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा है कि यह संस्थान जिहाद को बढ़ावा दे रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जैसी पार्टियां इसे इसलिए समर्थन दे रही हैं क्योंकि यह एक मुस्लिम स्वामित्व वाला संस्थान है।
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मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यूएसटीएम में प्रवेश करने से पहले मक्का की ओर सिर झुकाना पड़ता है, जो किसी भी शिक्षण संस्थान के लिए उचित नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि यूएसटीएम में शिक्षा के नाम पर जिहाद को बढ़ावा दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री का कहना था कि अगर यूएसटीएम के गेट पर मक्का के साथ-साथ कामाख्या, वेटिकन सिटी, बरदुवा नामघर आदि के प्रतीक भी लगाए जाते, तो यह स्वीकार्य होता। उन्होंने सवाल उठाया कि केवल मक्का के सामने ही सिर झुकाने की जरूरत क्यों होनी चाहिए?
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री तरुण गोगोई ने खुद माना था कि गुवाहाटी में कृत्रिम बाढ़ का मुख्य कारण जोराबाट में बाढ़ आना है। उनके अनुसार, यूएसटीएम ने पहाड़ से बहने वाले पानी का ढलान गुवाहाटी की ओर कर दिया है, जिससे वहां बाढ़ की समस्या बढ़ गई है। अगर यह ढलान मेघालय की ओर मोड़ दिया जाता, तो गुवाहाटी में बाढ़ की स्थिति इतनी गंभीर नहीं होती। मुख्यमंत्री ने आश्वासन दिया कि वह इस मुद्दे पर कार्रवाई कर रहे हैं।