चंडीगढ़। हरियाणा में लोकसभा और विधानसभा के चुनाव एक साथ करवाने को लेकर चल रही अटकलों पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने साफ किया है कि सरकार लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव करवाने के लिए तैयार है। इसे लेकर अभी तक भाजपा हाईकमान की ओर से भाजपा की प्रदेश यूनिट को ऐसा कोई इशारा नहीं हुआ है। हाईकमान जो फैसला करेगा, प्रदेश सरकार व भाजपा उसे लागू करेगी। बुधवार को मंत्रिमंडल की बैठक के बाद चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में मनोहर लाल ने कहा कि सभी राजनीतिक दल लोकसभा के साथ ही विधानसभा चुनाव होने की संभावना को आधार बनाकर अपनी तैयारी कर रहे हैं।
मीडिया के सवालों का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्पष्ट किया कि लोकसभा चुनाव के बाद विधानसभा चुनाव में जब छह माह का समय रह जाता है, उस स्थिति में केंद्रीय चुनाव आयोग के पास यह अधिकार होता है कि वह लोकसभा और विधानसभा के चुनाव इकट्ठे करा सकता है। भाजपा सरकार और संगठन दोनों की चुनाव की तैयारी है।लेकिन चुनाव आयोग अथवा भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व से अभी हमें ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है। अगर संकेत मिलता भी है तो हम चुनाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने दावा किया कि राज्य में लोकसभा की सभी 10 सीटों पर भाजपा कमल का फूल खिलाएगी तथा प्रदेश में तीसरी बार भाजपा की सरकार बनेगी।
प्रदेश में अतिथि अध्यापकों के धरने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के अतिथि अध्यापकों को नियमित करने का कोई प्रावधान नहीं है। इन अतिथि अध्यापकों को कांग्रेस सरकार ने बिना किसी सहारे के छोड़ दिया था। भाजपा सरकार ने अतिथि अध्यापकों का भविष्य सुरक्षित किया है और उन्हें 58 साल की उम्र तक नौकरी करने की अनुमति प्रदान की है। कांग्रेस इन अतिथि अध्यापकों को उकसा रही है। अतिथि अध्यापक यह भूल गए हैं कि उनका सबसे अधिक नुकसान ही कांग्रेस ने किया है। अतिथि अध्यापकों को 58 साल की आयु तक नौकरी करने देने के सरकार के फैसले को हाईकोर्ट में कई बार चुनौती देने की कोशिश की गई। अभी भी कुछ लोग इसके लिए तैयार हैं। इसलिए अतिथि अध्यापकों को कांग्रेस के हाथ की कठपुतली बनने की बजाय धैर्य व संतोष से सब कुछ देखना और समझना चाहिए।
मनोहर लाल ने राज्य में नगर निगम से चुनाव से जुड़े सवाल पर कहा कि कुछ शहरी निकाय बचे हैं, जिनमें वार्डबंदी व आरक्षण का काम बाकी है। ज्यादातर स्थानों पर काम पूरा हो चुका है। एक दो जगह बच भी गई, तब भी उस स्थिति में शहरी निकाय चुनाव करा दिए जाएंगे। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से होने वाली अनुबंधित भर्तियों पर कांग्रेस द्वारा सवाल उठाने को लेकर मनोहर लाल काफी नाराज दिखे। उन्होंने कहा कि अगर विपक्ष हर अच्छी चीज को निशाने पर लेगा तो प्रदेश की जनता उन्हें निशाने पर ले लेगी। हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से लोगों को बिना किसी सिफारिश और बिना पैसे के नौकरियां मिल रही हैं। इसलिए नौकरी रोको गैंग के सारे जुगाड़ खराब हो गए हैं, जिस कारण उन्हें हर अच्छी चीज में बुराई नजर आ रही है।