मध्यप्रदेश के रतलाम जिले की सबसे बुजुर्ग सरपंच पिस्ताबाई चत्तर के बड़े बेटे भंवरलाल जैन की BJP नेता ने पीट-पीटकर हत्या कर दी है। बुजुर्ग को मुसलमान होने के शक में मार डाला गया। मरने वाला शख्स एक अन्य BJP नेता का भाई था।
सरपंच का पूरा परिवार 15 मई को भेरूजी पूजा करने चित्तौड़गढ़ गया था। 16 मई को पूजा-पाठ के बाद भंवरलाल लापता हो गए। गुरुवार को उनका शव मनासा (नीमच) में पुलिस थाने से आधा किमी दूर रामपुरा रोड पर मिला था। अब भंवरलाल को पीटने का वीडियो सामने आया है। नीमच पुलिस ने आरोपी BJP नेता दिनेश कुशवाह को गिरफ्तार कर लिया है। मनासा में जब उसका घर गिराने बुलडोजर भेजा गया तब वह सामने आया था। मकान आरोपी दिनेश और उसके भाई के नाम पर है।
घटना का वीडियो वायरल होने के बाद प्रशासन का अमला दल-बल के साथ आरोपी दिनेश के घर जेसीबी लेकर पहुंचा था। आरोपी को शाम तक सरेंडर करने का अल्टीमेटम दिया गया था जिसके बाद उसने सरेंडर कर दिया था। जानकारी के मुताबिक प्रशासन अब घर तोड़ने की कार्यवाही को लेकर घर के दस्तावेजों को खंगालने में जुटा हुआ है। दरअसल, आरोपी का जो मकान है वह उसके भाई के नाम पर होने की जानकारी भी सामने आई है। इसी वजह से कार्यवाही में देरी हुई। जैसे ही दिनेश कुशवाह के हिस्से के मकान की पुष्टि हो जाती है, वैसे ही प्रशासन अपनी कार्यवाही शुरू करेगा।
आरोपी दिनेश कुशवाहा वीडियो में भंवरलाल से आधारकार्ड दिखाने का कहकर बुरी तरह पीटते हुए नजर आ रहा है। दिनेश ने नाम-पता पूछा तो मानसिक रूप से कमजोर भंवरलाल के मुंह से मोहम्मद निकला। यह सुनकर दिनेश टूट पड़ा। उसने आधारकार्ड मांगा और भंवरलाल को लगातार चांटे मारे। पुलिस ने मनासा (रतलाम) के दिनेश कुशवाहा पर FIR दर्ज कर ली है। दिनेश भाजपा युवा मोर्चा और नगर इकाई में पदाधिकारी रहा है। उसकी पत्नी मनासा नगर परिषद में वार्ड नंबर 3 से भाजपा की पार्षद रही है।
सिरसा (रतलाम) की सरपंच पिस्ताबाई के तीन पुत्र है भंवरलाल, अशोक और राजेश चत्तर. अशोक चत्तर मंडी में तुलावटी एसोसिएशन के अध्यक्ष हैं, जबकि राजेश समाजसेवा में सक्रिय होकर सरपंच प्रतिनिधि हैं। सबसे बड़े बेटे भंवरलाल दिमागी रूप से अस्वस्थ थे. इसी वजह से उनकी शादी नहीं हुई थी। सरपंच पिस्ताबाई के परिवार के सभी लोग पूर्णिमा पर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ किले पर भेरू पूजन करने गए थे। दूसरे दिन 16 मई को दोपहर 12 बजे भंवरलाल परिजनों को बिना बताए किले से नीचे उतर गए। परिजनों ने काफी तलाश की, लेकिन जब वे नहीं मिले तो चित्तौडगढ़ कोतवाली थाने में गुमशुदगी दर्ज करवाई।
सबने सोचा कि वे बस में बैठकर अकेले जावरा आ गए होंगे, इसलिए वहां भी तलाश शुरू की, लेकिन गुरुवार 19 मई को दोपहर में मनासा के रामपुरा रोड पर भंवरलाल की लाश मिली। पुलिस ने इसे अस्पताल में रखा और मृतक की शिनाख्त के लिए सोशल मीडिया पर फोटो वायरल किया। सरसी में जैसे ही छोटे भाई अशोक और राजेश को सूचना मिली उन्होंने मनासा पहुंचकर शव की पहचान की है। शिनाख्ती के बाद शुक्रवार सुबह पोस्टमॉर्टम कर शव गांव लाए और अंतिम संस्कार किया।