नई दिल्ली। भारत मंडपम में चल रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का समापन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के संबोधन के साथ हुई। दो दिवसीय बैठक के अंतिम दिन रविवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने संबोधन में सभी कार्यकर्ताओं के लिए लोकसभा चुनाव में जीत पक्की करने के साथ सीटों की संख्या को 400 के पार का लक्ष्य रखा। इसके साथ लोकसभा चुनाव में जीत का विश्वास जताया।
100 दिन का दिया टास्क
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में कहा, ‘अगले 100 दिन में हमें जुट जाना है। सभी वोटरों तक पहुंचना है। हर वर्ग, हर परंपरा तक पहुंचना है। हमें सबका विश्वास हासिल करना है और यह सबका प्रयास होगा तो देश की सेवा के लिए सबसे ज्यादा सीटें भी भाजपा को ही मिलेंगी।’
कांग्रेस के खिलाफ लाया गया प्रस्ताव
राष्ट्रीय अधिवेशन के दूसरे दिन की बैठक में अध्यक्ष जेपी नड्डा राम मंदिर पर प्रस्ताव लेकर आए। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक के खिलाफ प्रस्ताव रखा। दोनों प्रस्ताव का समर्थन मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र यादव, पश्चिम बंगाल से सांसद लॉकेट चटर्जी के साथ कई नेताओं ने किया।
कांग्रेस के खिलाफ प्रस्ताव पर बोलते हुए अमित शाह ने कांग्रेस पार्टी को जमकर घेरा। उन्होंने कहा कि केरल में भाजपा के 100 से ज्यादा कार्यकर्ता शहीद हो गए। वहां आईएनडीआई गठबंधन का शासन है। पश्चिम बंगाल में हमारे सैकड़ों कार्यकर्ता मौत के घाट उतार दिए गए, हमेशा वहां चुनाव में धांधली, घपलेबाजी और हिंसा होती रही। वहां भी आईएनडीआई गठबंधन और ममता बनर्जी का शासन है। हम तो हिंसा के भुक्तभोगी हैं। दूर-दूर तक घमंडिया गठबंधन को सत्ता प्राप्ति की संभावना नहीं दिखती है। कांग्रेस पार्टी और इनके गठबंधन ने अनुच्छेद-370 हटाने, तीन तलाक, नारी शक्ति वंदन अधिनियम का भी विरोध किया।
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में जारी किया गया श्वेत पत्र
भाजपा के राष्ट्रीय अधिवेशन में यूपीए सरकार के कार्यकाल के दौरान अर्थव्यवस्था पर लाए गए श्वेत पत्र को जारी किया गया। इस श्वेत पत्र में यूपीए सरकार के 10 वर्षों के कार्यकाल की अनियमितताओं के बारे में बताया गया है।
राष्ट्रीय अधिवेशन के समापन के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुख्यमंत्रियों के सम्मेलन की अध्यक्षता की। बैठक में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी मौजूद रहे। इसके बाद विस्तारकों के साथ भी बैठक की गई।
राम मंदिर पर प्रस्ताव पारित
नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन के अंतिम दिन रविवार को अयोध्या में बने भव्य राम मंदिर को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। इसमें कहा गया कि राम मंदिर अगले 1,000 वर्षों के लिए भारत में ‘रामराज्य’ की स्थापना का संकेत है। इससे पहले जय श्री राम के नारे के बीच राम मंदिर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अभिनंदन किया गया।
राष्ट्रीय अधिवेशन में राम मंदिर पर प्रस्ताव पेश करते हुए भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा सरकार रामराज्य की स्थापना की ओर अग्रसर है। प्रधानमंत्री मोदी आध्यात्मिक और सांस्कृतिक चेतना को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं।
प्रस्ताव में कहा गया है कि प्राचीन पवित्र नगरी अयोध्या में उनकी जन्मस्थली पर भगवान राम के भव्य और दिव्य मंदिर का निर्माण देश के लिए एक ऐतिहासिक और गौरवशाली उपलब्धि है। यह एक नए ‘कालचक्र’ की शुरुआत के साथ अगले एक हजार वर्षों के लिए भारत में ‘रामराज्य’ की स्थापना का सूत्रपात है। राम मंदिर भारत की दृष्टि, दर्शन, पथ का प्रतीक है। श्रीराम मंदिर सचमुच राष्ट्रीय चेतना का मंदिर बन गया है। संस्कृति के प्रति जागरूक इस देश के प्रधानमंत्री मोदी ने इस ऐतिहासिक क्षण को भव्यता प्रदान की और उत्सव का माहौल बनाया।
प्रस्ताव में कहा गया है कि भारतीय जनता पार्टी का संकल्प था कि अयोध्या में भव्य राम मंदिर बने। नौ नवंबर 2019 को सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मोदी सरकार ने बिना किसी देरी के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट का गठन किया, जिसके परिणामस्वरूप श्रीराम मंदिर का निर्माण कार्य तेजी से हुआ। तेज गति और मात्र चार वर्ष के भीतर 22 जनवरी 2024 को रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा सम्पन्न हुई।
प्रस्ताव में कहा गया है कि संकल्प से परिपूर्ण प्रधानमंत्री मोदी अमृत काल के इस युग में देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं। प्रधानमंत्री के नेतृत्व में भारत की एकता और एकजुटता को जनभागीदारी की शक्ति मिली है। उन्होंने अपनी नीतियों और नेतृत्व से देश का मनोबल बढ़ाया है।