कोलकाता, 27 अगस्त -पश्चिम बंगाल कांग्रेस इकाई ने मंगलवार को कोलकाता के आर.जी. कर डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के मामले में विरोध रैली निकालने के लिए कोलकाता हाईकोर्ट की एकल न्यायाधीश की पीठ से अनुमति मांगी है। यह रैली 29 अगस्त को कोलकाता के कॉलेज स्क्वायर से उत्तर कोलकाता के श्यामबाजार तक निकाली जाएगी।
यह याचिका कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पांच बार के पूर्व लोकसभा सांसद अधीर रंजन चौधरी और उनके पार्टी सहयोगी अशुतोष चटर्जी द्वारा दायर की गई है। न्यायमूर्ति राजर्षि भारद्वाज की एकल न्यायाधीश पीठ ने याचिका को स्वीकार कर लिया है, और मामले की सुनवाई बुधवार को होगी। चौधरी ने बताया कि यह याचिका इसलिए दायर की गई है क्योंकि कोलकाता पुलिस ने उन्हें विरोध रैली की अनुमति देने से इनकार कर दिया था।
श्यामबाजार का पांच-प्वाइंट क्रॉसिंग आर. जी. कर मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के काफी करीब है, जहां से नौ अगस्त को डॉक्टर का शव बरामद किया गया था।
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हालांकि, चौधरी इस मामले में शुरू से ही मुखर रहे हैं, लेकिन अब तक राज्य कांग्रेस इस मुद्दे पर सड़कों पर नहीं उतरी थी। अंततः सोमवार को चौधरी ने मीडिया को सूचित किया कि राज्य कांग्रेस गुरुवार को इस विरोध रैली का आयोजन करेगी।
इससे पहले, 14 अगस्त को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इस मामले पर पश्चिम बंगाल सरकार के खिलाफ कड़ी टिप्पणी की थी, जिसमें उन्होंने राज्य प्रशासन और अस्पताल प्रबंधन पर आरोपित को बचाने का आरोप लगाया था।
राहुल गांधी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर कहा था, “आरोपित को बचाने के बजाय पीड़िता को न्याय दिलाने की कोशिश न करने से अस्पताल और स्थानीय प्रशासन पर गंभीर सवाल उठते हैं। इस घटना ने हमें यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अगर मेडिकल कॉलेज जैसे स्थानों पर डॉक्टर सुरक्षित नहीं हैं, तो माता-पिता अपनी बेटियों को पढ़ाई के लिए बाहर कैसे भेज सकते हैं? निर्भया कांड के बाद बने कड़े कानून भी ऐसी घटनाओं को रोकने में क्यों नाकाम हैं?”
इससे दो दिन पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी पश्चिम बंगाल सरकार से मामले में तत्काल और सख्त कार्रवाई करने की अपील की थी।