बांकुड़ा। पश्चिम बंगाल के मंत्री अखिल गिरी की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर की गई अभद्र टिप्पणी से नाराज आदिवासी समुदाय ने रविवार को राज्य के मंत्री के काफिले का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया।
स्थानीय सूत्रों के अनुसार पश्चिम बंगाल की खाद्य विभाग मंत्री की ज्योत्सना मंडी को रविवार सुबह बांकुड़ा में खतरा पंप जंक्शन पर आदिवासियों के विरोध का सामना करना पड़ा। आदिवासी समुदाय के लोग सुबह खतरा पंप जंक्शन पर धरना दे रहे थे। उस वक्त मंत्री ज्योत्सना मंडी कार में उस इलाके से गुजर रही थीं। तभी आदिवासी समुदाय के लोगों ने मंत्री का रास्ता रोक लिया और नारे लगाने लगे। बाद में मंत्री को अपनी कार वहीं छोड़कर इलाके से निकलना पड़ा।
हालांकि, बांकुड़ा ही नहीं बल्कि झाड़ग्राम जैसे क्षेत्र भी आदिवासियों ने तृणमूल नेता अखिल गिरी के खिलाफ विरोध किया। अखिल के बयान के बाद रविवार सुबह से ही आदिवासी समुदाय के विभिन्न सामाजिक संगठन सड़कों पर उतर आए हैं। आदिवासी समुदाय ने अखिल गिरी को विधायक और मंत्री पद से बर्खास्त करने के साथ-साथ गिरफ्तार करने की भी मांग की।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मेदिनीपुर में एक बैठक से राज्य के मंत्री अखिल गिरी ने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी के बयान का जवाब देते हुए बेलगाम हो गए। उन्होंने देश की राष्ट्रपति पर आपत्तिजनक टिप्पणी की। भाषण के एक वीडियो में मंत्री को यह कहते हुए सुना जा सकता है कि हम किसी को उसके रूप रंग के आधार पर नहीं आंकते हैं। हम राष्ट्रपति के पद का सम्मान करते हैं लेकिन हमारे राष्ट्रपति कैसी दिखती हैं।
अखिल गिरी की टिप्पणियों से नाराज आदिवासी समुदाय ने राज्य के मंत्री का किया घेराव
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