लखनऊ उत्तर प्रदेश के बांदा की पूर्व डीएम दुर्गा शक्ति नागपाल को उनके उत्कृष्ट कार्यों के लिए राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु द्वारा राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2023 से सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार मंगलवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित पांचवें राष्ट्रीय जल पुरस्कार समारोह में प्रदान किया गया। वर्तमान में लखीमपुर खीरी की डीएम के रूप में कार्यरत नागपाल ने जल संरक्षण और प्रबंधन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की और से नमामि गंगे एवं ग्रामीण जलापूर्ति विभाग के अपर मुख्य सचिव अनुराग श्रीवास्तव और आवास आयुक्त डॉ. बलकार सिंह ने पुरस्कार ग्रहण किया। सर्वश्रेष्ठ राज्य की श्रेणी में उड़ीसा को पहला स्थान मिला, जबकि गुजरात और पांडिचेरी को संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त हुआ। इस पुरस्कार से यह स्पष्ट होता है कि जल संरक्षण के प्रतिजागरूकता और प्रयासों की दिशा में प्रदेश के कार्यों को सराहा जा रहा है। बांदा जिले ने राष्ट्रीय स्तर पर जल संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्टता का प्रदर्शन करते हुए पहला पुरस्कार प्राप्त किया है। यह पुरस्कार मंगलवार को राष्ट्रपति द्वारा लखीमपुर खीरी की तत्कालीन जिलाधिकारी, दुर्गाशक्ति नागपाल को प्रदान किया गया। नागपाल, जो वर्तमान में लखीमपुर की डीएम हैं, ने जल संरक्षण और हर घर तक स्वच्छ जल पहुंचाने के लिए उल्लेखनीय कार्य किए हैं।इस उपलब्धि पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री, योगी आदित्यनाथ ने बांदा के डीएम को बधाई दी, जिससे यह स्पष्ट होता है कि राज्य सरकार जल संरक्षण को प्राथमिकता दे रही है। सीनियर आईएएस अधिकारी नागपाल ने इस सफलता को सीएम योगी के यशस्वी और दूरदर्शी नेतृत्व का परिणाम बताया। बांदा की पहल ने न केवल जल संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाई है, बल्कि स्थानीय समुदायों में स्वच्छ जल की उपलब्धता को भी सुनिश्चित किया है। यह पुरस्कार अन्य जिलों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बन सकता है, ताकि वे भी जल संरक्षण के प्रति अपने प्रयासों को बढ़ाएं।