City Headlines

Home Bihar केस से नाम हटाने के लिए एएसआई ने लि घूस, वीडियो वायरल होने पर निलंबित कर एसपी ने जांच कमेटी बनाई

केस से नाम हटाने के लिए एएसआई ने लि घूस, वीडियो वायरल होने पर निलंबित कर एसपी ने जांच कमेटी बनाई

by City Headline
Araria, ASI, Video, SP, Viral, Investigation, Committee, FIR

अररिया। जिले के महलगांव थाना में पदस्थापित एएसआई कन्हैया साह का घूसखोरी का एक वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद एसपी अशोक कुमार सिंह ने आरोपी एएसआई कन्हैया साह को निलंबित करते हुए एक जांच टीम का गठन कर दिया है। वायरल वीडियो में स्पष्ट रूप से एएसआई कन्हैया साह को पैसे लेते देखा जा सकता है। केस से नाम हटाने और अभियुक्त को थाने से ही जमानत देने के नाम पर महलगांव थाना के एएसआई कन्हैया साह पर प्राथमिक अभियुक्त से 50 हजार रुपए वसूल करने का आरोप लगा है।

दारोगा ने 60 हजार रुपए की मांग की थी। शेष 10 हजार नहीं मिलने पर अभियुक्त को जेल भेज देने की बात कही जा रही है। जेल से बाहर आने के बाद पीड़ित सलीम ने इस मामले में न्याय दिलाने को लेकर अररिया जिला प्रशासन सहित वरीय अधिकारियों को आवेदन और वीडियो भेजा है। वरीय अधिकारी को दिए आवेदन में वीडियो वायरल करने वाले आरोपी सलीम ने बताया है कि केस से नाम हटाने और अभियुक्त को थाने से ही जमानत देने के नाम पर महलगांव थाना के एएसआई कन्हैया साह ने प्राथमिक अभियुक्त से 50 हजार रुपए वसूल किया लेकिन दारोगा ने 60 हजार रुपए की मांग की थी। शेष डिमांड राशि पूरा नहीं देने पर पकड़ कर जेल भेज दिया गया। इस कांड में रुपया लेनदेन का वीडियो भी उन्होने वायरल किया है। हालाकि वायरल वीडियो की पुष्टि नवभारत टाइम्स डिजिटल नहीं करता है, लेकिन वायरल वीडियो में साफ नजर आ रहा है कि कांड के अनुसंधानकर्ता एएसआई कन्हैया साह बाइक पर बैठे हैं और रुपया ले रहे हैं। दरअसल ये मामला जोकीहाट प्रखंड के महलगांव थाना से जुड़ा हुआ है। जहां जेल से बाहर आने के बाद पीड़ित सलीम ने इस मामले में न्याय दिलाने को लेकर अररिया डीएम, एसपी सहित अपराध नियंत्रण इकाई पटना, पुलिस महानिदेशक, पुलिस महानिरीक्षक पूर्णियां, न्यायमूर्ति उच्चन्यायालय पटना, मुख्यमंत्री, गृह सचिव पटना, विधिक सेवा प्राधिकार पटना को आवेदन और वीडियो भेजा है।
पदाधिकारियों को दिए आवेदन में सलीम ने उल्लेख किया है कि वह अररिया थाना और महलगांव थाना क्षेत्र की सीमा डुमरिया का रहने वाला हूं। विगत जुलाई महीने की 14 तारीख को डुमरिया निवासी अनवारुल से बिजली का तार काटने को लेकर मारपीट हुआ था और इस मारपीट में वह घायल हो गया था। इस घटना को लेकर मेरे भाई अब्दुल कलाम ने अररिया नगर थाना में कांड संख्या 591/22 दर्ज कराया था। इसी के आक्रोश में दूसरे पक्ष ने महलगांव थाना में हमलोगों के विरुद्ध झूठा मामला दर्ज कराया था। महलगांव थाना के अनुसंधानकर्ता एएसआई कन्हैया साह पर दवाब डालकर केस से दो नाम को हटाने और थाना से ही जमानत देने के नाम पर 60 हजार रुपये की मांग करने का आरोप लगाया गया। काफी दवाब के बाद किसी तरह से 50 हजार रुपया का बन्दोदस्त कर एएसआई कन्हैया साह को देने की बात कही गयी। बाकी रुपया माफ कर देने की बात कही। लेकिन वो नहीं माने और बिना दोष के ही जेल भेज देने का आरोप लगाया। जेल से 19 दिनों बाद जमानत पर बाहर आने पर भी बार बार रुपये की मांग करने का आरोप लगाया गया है।

सलीम ने आवेदन में इस उपरोक्त बातों के साथ जिक्र किया है कि रुपये के लेनदेन का वीडियो 26 जुलाई 2022 को डुमरिया दियारी पूल पर का है। जहां दो लोगों का नाम एफआईआर से हटाने के नाम पर रुपया लिया गया था। सलीम ने आवेदन में उल्लेख किया है कि जेल से आने के बाद मैं काफी भयभीत हूं और मुझे डर लगता रहता है कि कभी भी अनुसंधानकर्ता के द्वारा मुझे किसी केस में फंसा दिया जाएगा, क्योंकि मैं डुमरिया हाट पर एक छोटा मोटा दुकान चलता हूं और उसी से अपने परिवार का भरण पोषण करता हूं। साथ ही दूसरे पक्ष की ओर से भी मुझे बार-बार धमकी दी जाती है कि केस को खत्म करो वरना तुम्हारा अंजाम अच्छा नहीं होगा। इसलिए निवेदन है कि मुझे इंसाफ दिया जाए और ऐसे भ्रष्ट पदाधिकारी पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाए।
वायरल वीडियो के बारे में एएसआई कन्हैया साह ने बताया कि लगाये गए आरोप निराधार और बेबुनियाद है। इस केस के सिलसिले में मेरी उनसे कई बार बात हुई लेकिन मुझ पर रुपये के लेन-देन की बात कही जा रही है, वह निराधार है और मैं निर्दोष हूं। मामले पर सदर एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद एसपी अशोक कुमार सिंह ने आरोपी एएसआई कन्हैया साह को निलंबित कर दिया गया है और मामले को लेकर एक जांच कमिटी का गठन किया गया है।