अक्षय तृतीया के त्योहार का हिंदू धर्म बहुत महत्व है. ये त्योहार वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि (Akshaya Tritiya 2022) को मनाया जाता है. इस दिन लोग विधि-विधान से देवी-देवताओं की पूजा करते हैं. दान और गंगा स्नान करना इस दिन बहुत ही अच्छा माना जाता है. इस दिन सोने-चांदी के आभूषण (Akshaya Tritiya) खरीदाना बहुत ही शुभ माना जाता है. ये दिन कोई भी नए कार्य को करने के लिए बहुत अच्छा है. लेकिन इस दिन कुछ ऐसी चीजें हैं जिन खास ध्यान रखना चाहिए. पूजा के दौरान ऐसी गलती करने से बचना चाहिए. आइए जानें कौन सी ये चीजें.
देवी लक्ष्मी की पूजा करते समय न करें ये गलती
अक्षय तृतीया पर देवी लक्ष्मी की पूजा करते समय आपको अत्यधिक सावधानी बरतनी चाहिए. सौभाग्य और सुख के लिए देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा की जाती है. लेकिन इस बात का ध्यान रखें की देवी लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा अलग-अलग नहीं करनी चाहिए.
गुस्सा न करें
अक्षय तृतीया के दिन गुस्सा करने से बचें. इस दिन शांत मन और प्रेम से देवी लक्ष्मी की पूजा करें.
घर में अंधेरा न रखें
परंपराओं के अनुसार इस दिन घर के किसी भी हिस्से में अंधेरा होना अच्छा नहीं माना जाता है. घर के जिस हिस्से में अंधेरा है वहां दीपक जलाएं. इससे देवी लक्ष्मी की कृपा सदा आप पर बनी रहती है.
दूसरों का बुरा न सोचे
इस शुभ दिन पर नकारात्मक सोच नहीं रखनी चाहिए. इससे आपको देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त नहीं होगा. इसलिए इस दिन सिर्फ अच्छे काम करें. जरूरतमंदों को दान देना इस दिन बहुत ही शुभ माना जाता है.
इस दिन घर के लिए कुछ जरूर खरीदें
अक्षय तृतीया के दिन कोई भी नई चीज खरीदना बहुत ही शुभ माना जाता है. इस दिन सोने-चांदी की खरीदारी करना बहुत अच्छा माना जाता है. अगर आप सोने-चांदी की चीजें नहीं खरीद सकते हैं को रसोई का कोई बर्तन खरीद लें. इस दिन अगर आप खरीदारी करने जाएं तो खाली हाथ घर न आएं. ऐसा करना अशुभ माना जाता है. अगर आप कोई कीमती आभूषण नहीं खरीद सकते हैं तो किसी अन्य धातु से बनी कोई वस्तु घर ला सकते हैं.
बिना स्नान तुलसी नहीं तोड़नी चाहिए
हिंदू धर्म में तुलसी की पूजा की जाती है. इस दिन तुलसी के पत्ते तोड़ने से पहले स्नान कर लें. तुलसी के पत्तों को बिना स्नान किए तोड़ना अच्छा नहीं माना जाता है.
(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारित हैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)