मधुरेन्द्र श्रीवास्तव
लखनऊ। माफिया अतीक अहमद और अशरफ की पुलिस घेरे में हत्या पर अखिलेश यादव का बड़ा बयान सामने आया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराध की पराकाष्ठा हो गई है और अपराधियों के हौसले बुलंद है। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसी की हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं।
उधर जयंत चौधरी ने कहा की अपराधियों के साथ किसी की सहानुभूति नहीं है , लेकिन जिस तरह से यह वारदात हुई है उससे सरकार की नीयत पर सवाल खड़े होते हैं।
योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने ट्वीट जारी कर कहा कि पाप और पुण्य का हिसाब इसी जन्म में हो जाता है।
इन हत्याओं पर असदुद्दीन ओवैसी ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम? उन्होंने कहा, ”अतीक और उनके भाई पुलिस की हिरासत में थे। उन पर हथकड़ियां लगी हुई थीं। जय श्री राम के नारे भी लगाये गये। दोनों की हत्या योगी के कानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के जिम्मेदार हैं।” वहीं ओवैसी की पार्टी के नेता वारिस पठान ने कहा कि अदालत, क़ानून ,संविधान की हत्या है। उत्तर प्रदेश में कोर्ट कचहरी सब बंद कर देना चाहिए।
जिस समय अतीक अहमद और अशरफ की हुई हत्या उस दौरान वे मीडिया के कैमरों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। पुलिस की मौजूदगी में कुछ लोगों ने उन पर हमला कर दिया। दोनों के हाथ में हथकड़ी बंधी थी अतीक के सिर में गोली मारी उसकी मौके पर ही मौत हो गई।