City Headlines

Home Delhi दिल्ली मेयर चुनाव में आप ने भाजपा को हराया, शैली ओबेरॉय ने जीती एमसीडी मेयर की कुर्सी

दिल्ली मेयर चुनाव में आप ने भाजपा को हराया, शैली ओबेरॉय ने जीती एमसीडी मेयर की कुर्सी

आप की शैली ओबेरॉय को 150 मत मिले जबकि भाजपा की रेखा गुप्ता केवल 116 मत

by Suyash
Municipal Corporation of Delhi, BJP, AAP, Shelly Oberoi, Mayor, Deputy Mayor, Aam Aadmi Party

नयी दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी को दिल्ली में एक बार फिर झटका लगा है। एमसीडी के मेयर पद की लड़ाई आप की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय ने भाजपा की रेखा गुप्ता को आसानी से हराकर जीत ली है। कांग्रेस के पार्षदों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया।
महापौर चुनने के तीन असफल प्रयासों के बाद हुई नगर निगम सदन की बैठक में इस पद पर चुनाव के लिए बुधवार को मतदान हुआ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद मीनाक्षी लेखी और हंस राज हंस सबसे पहले मतदान करने वालों में शामिल रहे। यह चुनाव सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद संभव हो सका। निगम सदन की बैठक निर्धारित समय से आधे घंटे की देरी से पूर्वाह्न साढ़े 11 बजे आरंभ हो सकी। शैली ओबेरॉय को 150 मत मिले जबकि रेखा गुप्ता केवल 116 मत हासिल कर सकीं। कांग्रेस के नौ पार्षदों ने मतदान की कार्यवाही में हिस्सा नहीं लिया ।
सुप्रीम कोर्ट ने 17 फरवरी को दिया था आदेश
अस्थायी पीठासीन अधिकारी सत्या शर्मा ने कहा, ‘‘मैं सभी से सदन में व्यवस्था बनाए रखने की अपील करती हूं।’’ उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने पिछले सप्ताह महापौर पद का चुनाव कराने के लिए निगम सदन की बैठक बुलाने की मंजूरी दे दी थी। शीर्ष अदालत ने 17 फरवरी को महापौर, उप महापौर और नगर निकाय की स्थायी समिति के सदस्यों के चुनाव की तारीख तय करने के लिए दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) की पहली बैठक बुलाने के लिए 24 घंटे के भीतर नोटिस जारी करने का आदेश दिया था।
शैली ओबेरॉय ने दाखिल की थी याचिका
न्यायालय ने सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) की महापौर पद की उम्मीदवार शैली ओबेरॉय की याचिका पर सुनवाई के बाद यह आदेश जारी किया। शीर्ष अदालत ने यह भी कहा कि उपराज्यपाल द्वारा एमसीडी में नामित सदस्य महापौर चुनने के लिए मतदान नहीं कर सकते। दिल्ली नगर निगम (डीएमसी) अधिनियम, 1957 के अनुसार, नगर निगम चुनावों के बाद सदन के पहले सत्र में महापौर और उप महापौर का चुनाव किया जाता है।
पिछले साल चार दिसंबर को हुए थे चुनाव
नगर निगम चुनाव हुए हालांकि दो महीने से अधिक समय हो गया है। नगर निगम चुनाव पिछले साल चार दिसंबर को हुए थे। नगर निगम चुनाव के एक महीने बाद छह जनवरी को पहली बार सदन की बैठक बुलाई गई थी। भाजपा और आम आदमी पार्टी (आप) के सदस्यों के बीच तीखी बहस के बाद सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी गई थी। इसके बाद 24 जनवरी और फिर छह फरवरी को बुलाई गई दूसरी और तीसरी बैठक भी इस कवायद को पूरा करने में विफल रही और दोनों बैठकों को महापौर का चुनाव किए बिना स्थगित कर दिया गया।