बिहार का जर्दालु आम (Jardalu Mango) अब वैश्विक हो गया है. भागलपुर के जर्दालु आम को बीते दिनों विशिष्ट भौगोलिक पहचान (Gi Tag) मिली थी. जिसके बाद विश्व बाजार में जर्दालु आम नई पहचान के साथ स्थापित हुआ है. इससे विदेशी बाजारों (Abroad Market’s) में जर्दालु आम की मांग बढ़ी है. कुल मिलाकर विदेशी बाजारों में जर्दालू आम को खूब पसंद किया जा रहा है. इस कारण विदेशों से जर्दालू आम की मांग बनी हुई है. असल में जर्दालु आम अपने बेहतरीन स्वाद और सुगंध के लिए पहचाना जाता है. इस कारण पहले भी विदेशों में इसकी मांग थी, लेकिन विशिष्ट भौगौलिक पहचान मिलने के बाद जर्दालू आम के बाजार में बढ़ोतरी हुई है. कई देशों ने जर्दालू आम की एडवांस बुकिंंग कराना भी शुरू कर दिया है.
इन देशों से आ रही है जर्दालु आम की मांग
बिहार के जर्दालु आम को देश में भी खूब पंसद किया जाता है. कुछ लोग जर्दालु आम को आमों का राजा कहते हैं, लेकिन इस साल जर्दालु आम की दीवानगी विदेशों में भी है. जिसमें 5 देशों से जर्दालु आम की जबरदस्त मांग बनी हुई है. देशों की इन सूची में ब्रिटेन सबसे ऊपर है. पिछले साल भी ब्रिटेन में जर्दालु आम का निर्यात किया गया था. इस बार भी ब्रिटेन से जबदस्त मांग है. इसके बाद श्रीलंका, दुबई, बांग्लादेश शामिल हैं. वहीं इन देशाें के अलावा आधा दर्जन से अधिक देशों में जर्दालू आम का निर्यात करने की संभावना बनी हुई है.
ब्रिटेन 500 क्विंटल जर्दालु आम भेजा जाएगा
जर्दालु आम का सबसे बड़ा बाजार ब्रिटेन में बनता हुआ नजर आ रहा है. जानकारी के मुताबिक ब्रिटेन को 500 क्विंटल आम के निर्यात की तैयारी चल रही है. बिहार के उद्यान विभाग के निदेशक नंदकिशोर ने टीवी9 डिजिटल से बातचीत में बताया कि जर्दालु आम की मांग लगातार बढ़ रही है. फिलहाल कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरणल (एपीडा) के जरिए हम लखनऊ के रास्ते विदेश भेजने की तैयारी कर रहे हैं, लेकिन आने वाले सालों से हम सीधे बिहार के एयरपोर्ट से ही जदार्लु आम का निर्यात करेंगे.
वहीं कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक श्रीलंका, दुबई और बांग्लादेश से भी है मई के आखिर तक मांग और बढ़ने की संभावना है. सरकारी आंकड़ों के अनुसार इस वर्ष अभी तक 6052.79 टन उत्पादन की संभावना है.
बिहार के चार जिले में होती है जर्दालु आम की पैदावार
बिहार के एक खास भौगोलिक क्षेत्र में जर्दालु आम की पैदावार होती है. आंकड़ों के अनुसार बिहार के 4 जिलों में जर्दालु आम की पैदावार होती है. सबसे अधिक 3300 टन जर्दालु आम भागलपुर में होता है. इसके बाद बांका, जमुई और मुंगेर और चंपारण में भी जर्दालु आम की पैदावार होती है.