अहमदाबाद में हुए भीषण एयर इंडिया विमान हादसे को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर सियासी घमासान शुरू हो गया है। हादसे में 241 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए शाह ने कहा, *”यह एक दुर्घटना है, और दुर्घटनाओं को कोई नहीं रोक सकता।”* इस बयान पर कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने इसे “गैर-जिम्मेदार और असंवेदनशील” करार दिया। वहीं, पवन खेड़ा ने सोशल मीडिया पर लिखा, *”जब लोग जान गंवा रहे हों, तो गृह मंत्री को जवाबदेही तय करने की बात करनी चाहिए, न कि इसे भाग्य का खेल बताना चाहिए। अगर कुछ भी नहीं रोका जा सकता, तो फिर मंत्रालयों की जरूरत क्या है?”*
खेड़ा ने कहा कि *“विमान हादसे किसी देवी-देवता की मर्जी से नहीं होते, इन्हें रोका जा सकता है। इसलिए सुरक्षा एजेंसियां, विमानन नियम और आपदा प्रबंधन प्रणाली मौजूद हैं।”*
हालांकि शाह ने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना जताई और बताया कि अत्यधिक ईंधन के कारण तापमान बहुत अधिक था, जिससे किसी को बचाया नहीं जा सका। उन्होंने यह भी कहा कि डीएनए परीक्षण के बाद ही मृतकों की पुष्टि हो सकेगी और अब तक करीब 1000 डीएनए सैंपल लिए जा चुके हैं।
इस बयान ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है कि क्या सरकार इस त्रासदी की जिम्मेदारी लेने को तैयार है या इसे केवल ‘दुर्घटना’ कहकर टाल दिया जाएगा।