दिवाली का पर्व अब भारत के साथ-साथ अमेरिका में भी विशेष रूप से मनाया जा रहा है। इस साल की दिवाली न्यूयॉर्क शहर के लिए ऐतिहासिक बन गई है, क्योंकि पहली बार दिवाली के दिन न्यूयॉर्क के स्कूलों में छुट्टी घोषित की गई है। न्यूयॉर्क सिटी के मेयर एरिक एडम्स ने इस फैसले को स्वीकृति दी, जिसे न्यूयॉर्क सिटी में रहने वाले भारतीय समुदाय के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। मेयर कार्यालय में डिप्टी कमिश्नर दिलीप चौहान ने बताया कि यह निर्णय लेना आसान नहीं था, लेकिन स्थानीय समुदाय और नेताओं के प्रयासों से इसे संभव बनाया गया है।
राष्ट्रपति भवन में सालों से मनाई जाती रही है दीप पर्वअमेरिका में दिवाली का जश्न नया नहीं है। वाइट हाउस में भी दिवाली कई सालों से मनाई जाती रही है। बराक ओबामा से लेकर डोनाल्ड ट्रंप और जो बाइडेन तक सभी अमेरिकी राष्ट्रपतियों ने वाइट हाउस में दिवाली उत्सव का आयोजन किया है, जिससे यह पर्व धीरे-धीरे मुख्यधारा में शामिल हो रहा है। इस साल न्यूयॉर्क में दिवाली की छुट्टी के साथ यह उत्सव और खास बन गया है।
डिप्टी कमिश्नर दिलीप चौहान ने बताया कि न्यूयॉर्क के लगभग 11 लाख छात्रों में बड़ी संख्या में हिंदू समुदाय के छात्र शामिल हैं। पिछले कुछ वर्षों से हिंदू समुदाय के नेता और अन्य सदस्य इस बात की मांग कर रहे थे कि दिवाली के दिन स्कूलों में छुट्टी होनी चाहिए, ताकि बच्चे त्योहार को पूरे उत्साह के साथ मना सकें। अब प्रशासन ने 1 नवंबर को दिवाली की छुट्टी का ऐलान कर दिया है। चौहान ने कहा कि इससे छात्रों को यह मुश्किल फैसला नहीं लेना पड़ेगा कि वे दिवाली मनाएं या स्कूल जाएं।
अब इस फैसले से न्यूयॉर्क में रह रहे हिंदू समुदाय के लोग अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक परंपराओं का पालन आसानी से कर पाएंगे। चौहान ने मेयर एडम्स का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह फैसला न्यूयॉर्क के बहु-सांस्कृतिक समाज को और मजबूत करता है।दिवाली पांच दिनों का एक पर्व है, जिसमें लोग मंदिर जाते हैं, पूजा करते हैं और अपने परिवार के साथ समय बिताते हैं। पहले छात्रों को त्योहार मनाने के लिए छुट्टी नहीं मिलती थी, जिससे उन्हें या तो स्कूल जाना पड़ता था या त्योहार छोड़ना पड़ता था।