शिमला । हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश कहर बरपा रही है। राजधानी शिमला के उपनगर समरहिल में सोमवार सुबह भूस्खलन की चपेट में आया प्राचीन शिव बाड़ी मंदिर ध्वस्त हो गया। सावन का सोमवार होने की वजह से मंदिर में सुबह से भीड़ थी। इसी दौरान लैंडस्लाइड हुआ और ये लोग मलबे में दब गए हैं। आपदा के वक्त मंदिर में 25-30 लोग मौजूद थे। मलबे में करीब दो दर्जन लोगों के दबे होने की आशंका है। इनमें एक परिवार के सात लोग शामिल हैं।
राहत और बचाव दलों ने अब तक पांच शव मलबे से निकाले हैं। इनमें दो मासूम बच्चों के शव हैं। इस आपदा में पांच लोग घायल हुए हैं। शिमला के डीसी आदित्य नेगी और एसपी संजीव गांधी घटनास्थल पर मौजूद हैं।घायलों में अरुण कुमार (28), सावन (33), मोनू (19), अंकू (26), राहुल (19) शामिल हैं। ये सभी लकड़ी के कारीगर हैं। यह मंदिर पहाड़ी के नीचे है और पहाड़ी से लगातार हो रहे भूस्खलन से राहत कार्य में बाधा आ रही है।
पुलिस के मुताबिक भूस्खलन सुबह सवा सात बजे हुआ। सोमवार का दिन होने के कारण लोग शिव बाड़ी मंदिर में माथा टेकने गए थे। एसपी संजीव गांधी ने बताया कि तीन शव बरामद हुए हैं। राहत कार्य जारी है। मलबे में कई लोग दबे हैं। उन्हें निकालने की कोशिश जारी है।
सोलन में बादल फटने से 7 की मौत
वहीं, सोलन जिले के जादोन गांव में बादल फटने से एक परिवार के सात सदस्यों की मौत हो गई है। रविवार रात को बादल फटने से जादोन गांव में दो मकान बह गए और हादसे में छह लोगों को बचा लिया गया जबकि सात अन्य की मौत हो गई। सोलन के पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने बताया कि मृतकों की शिनाख्त हरनाम (38), कमल किशोर (35), हेमलता (34), राहुल (14), नेहा (12), गोलू (8) और रक्षा (12) के रूप में की गई है।