अहमदाबाद। मौसम विभाग ने बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के असर से सौराष्ट्र-कच्छ में आगामी 5 दिनों तक मूसलाधार बारिश की आशंका जताई है। चक्रवाती तूफान अभी द्वारका से 360 किलोमीटर दूर है और 7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। विभाग का अनुमान है कि यह 14 जून को सुबह जखौ के समीप समुद्र तट से टकरा सकता है। इसके कारण जखौ और नवलखी बंदरगाह पर 10 नंबर का चेतावनी सिग्नल जारी किया गया है।
बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के असर से 15 जून को कच्छ, जामनगर, द्वारका और मोरबी में आंधी-पानी की संभावना जताई गई है। इसके साथ ही गुजरात के अधिकांश जिलों में इसका व्यापक असर होगा। समुद्र तटों पर 150 किलोमीटर की रफ्तार से हवा बहने का अनुमान है। 15 और 16 जून को राज्य भर में मूसलाधार बारिश की आशंका व्यक्त की गई है।
12 मंत्रियों को कच्छ-सौराष्ट्र की जिम्मेदारी
बिपरजॉय चक्रवाती तूफान के असर को देखते हुए राज्य सकरार ने राज्य के 12 मंत्रियों को सौराष्ट्र-कच्छ की जिम्मेदारी सौंपी है। इसमें द्वारका की जिम्मेदारी गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी को सौंपी गई है। संघवी सोमवार सुबह द्वारका के जगत मंदिर में द्वारकाधीश का दर्शन करने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों के साथ राहत व बचाव कार्य की तैयारियों की समीक्षा की।
श्रद्धालु 16 जून तक द्वारका नहीं आएं: हर्ष संघवी
चक्रवाती तूफान को लेकर द्वारका जिले की जिम्मेदारी संभाल रहे गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी ने श्रद्धालुओं को 16 जून तक द्वारका नहीं आने की अपील की है। संघवी ने बताया कि हाल समुद्र किनारे से 5 किलोमीटर की दूरी पर स्थित 38 गांवों और 10 किलोमीटर की दूरी वाले 44 गांवों का विजिट कर निचले क्षेत्र के लोगों को वहां से हटाने का काम शुरू कराया गया है। चक्रवाती तूफान की आशंका को लेकर कच्छ के कोटेश्वर-नारायण सरोवर मंदिर बंद रखने का आदेश दिया गया है। लोगों की सुरक्षा के लिए जिला कलक्टर ने 13 से 15 जून तक मंदिर बंद रखने का आदेश दिया है। मंदिर समुद्र तट से निकट होने के कारण यह आदेश दिया गया है। इसके अलावा कच्छ का स्मृति वन 3 दिनों के लिए बंद रखा गया है। यह 13 से 15 जून तक बंद रहेगा।
कच्छ में बचाव के लिए 4 टीमें आवंटित
चक्रवाती तूफान को लेकर कच्छ में बचाव कार्य के लिए 4 टीमें आवंटित की गई है। कच्छ में 2 एसडीआरएफ और 2 एनडीआरएफ की टीम दी गई है। एसडीआरएफ की एक और एनडीआरएफ की एक टीम नलिया में तैनात की गई है। वहीं एनडीआरएफ की 1 टीम मांडवी भेजी गई है। एसडीआरएफ की 25 लोगों की एक टीम सोमवार सुबह भुज पहुंच गई है। भुज में एसडीआरएफ की एक टीम स्टैंड बाई रखी गई है। एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम समुद्र तटवर्ती क्षेत्रों में लगातार गश्त कर रही है।