पटना। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) संसदीय बोर्ड के चेयरमैन और विधान परिषद सदस्य उपेंद्र कुशवाहा रविवार को दिल्ली एम्स से चेकअप कराकर पटना पहुंचे। पटना पहुंचने पर पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा कि मेरी पार्टी का जो जितना बड़ा नेता है, वह उतना ही ज्यादा भाजपा के संपर्क में है। हमारी पार्टी जदयू कमजोर हो रही है और मैं उसे ठीक करने की कोशिश कर रहा हूं, इसीलिए ही अफवाह फैलायी गयी।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा मैं दिल्ली में अपना इलाज करा रहा था और बिहार में मेरा पोस्टमार्टम किया जा रहा था। मैं दिल्ली में अस्पताल में भर्ती था और भाजपा के कुछ नेता मुझसे मिलने आ गये तो जुल्म हो गया। बात का बतंगड़ बना दिया गया। कुशवाहा ने कहा कि मेरे बारे में जो बातें फैलायी जा रही हैं, उनका कोई मतलब नहीं है। मेरे व्यक्तिगत संबंध कई लोगों से है। कोई अस्पताल में मुझसे मिलने आये तो क्या उसका राजनीतिक अर्थ निकाल लिया जाना चाहिये।
दरअसल, शनिवार को समाधान यात्रा के दौरान नीतीश ने कहा था कि उपेंद्र कुशवाहा पहले भी दो-तीन दफे पार्टी छोड़ कर जा चुके हैं। कुशवाहा ने कहा कि हमारी पार्टी ही दो-तीन दफे भाजपा के संपर्क में गयी और फिर अलग हुई। पूरी पार्टी जब चाहे तब मिल जाये और फिर जुदा हो जाये। हम कहीं चले गये तो मेरे बारे में ऐसे चर्चा करना उचित है क्या। पत्रकारों ने पूछा कि नीतीश कह रहे हैं कि उपेंद्र कुशवाहा जो चाहे वो फैसला ले लें। कुशवाहा ने कहा कि मैं किस बात का फैसला लूंगा।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मेरे अलावा कौन दूसरा ये तय करेगा कि मैं कहा रहूंगा और कहां जाऊंगा। जो ये पूछ रहे हैं कि मैं फैसला लूंगा उन्हें ये तय करने का अधिकार नहीं है। मैं जदयू में हूं और जदयू को ठीक करूंगा। हमारी चिंता का विषय है कि जदयू लगातार कमजोर हो रही है। मैं उसकी मजबूती के लिए लगातार प्रयास कर रहा हू। मेरी कोशिश जारी रहेगी। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जदयू का इलाज होगा और 100 प्रतिशत होगा। उनकी आगे की रणनीति है कि पार्टी की मजबूती के लिए काम करना और उसमें लगे रहेंगे।