वाराणसी। ज्योतिष पीठ का शंकराचार्य बनने के बाद पहली बार शनिवार को वाराणसी आये स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद का संतों और बटुकों के साथ नागरिकों ने भव्य स्वागत किया। जिले की सीमा बाबतपुर से ही स्वागत करने का सिलसिला शुरू हुआ जो सोनारपुरा तक बना रहा।
प्रदेश के आयुष मंत्री डॉ दयाशंकर मिश्र ने भी शंकराचार्य का स्वागत किया। शिवपुर,कचहरी, नदेसर, तेलियाबाग, मलदहिया, सिगरा, रथयात्रा,गुरुबाग,कमच्छा,भेलुपर व सोनारपुरा के बीच दर्जनों स्थान पर नागरिकों ने पुष्प वर्षा कर शंकराचार्य का स्वागत किया।
सोनारपुरा से शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद पालकी पर विराजित होकर श्री विद्यामठ गये। पालकी यात्रा के आगे एक दल डमरू वादन व एक दल शहनाई वादन करते आगे आगे चल रहा था। मठ में आध्यात्मिक उत्थान मंडल के माताओं द्वारा शंकराचार्य को छप्पन भोग समर्पित किया जायेगा। इसके बाद मठ से जुड़े संत,वैदिक विद्वान उनका अभिनंदन,वंदन,आरती व चरणपादुका पूजन करेंगे।