पंचांग – सम्वत् 2079 शाके 1944 (आंग्ल मतानुसार 16 अक्टूबर 2022) बुधवार मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी रात्रि 04:35 तक, नक्षत्र श्लेषा सायं के 04:47 तक, अभिजित मुहूर्त 11:30 से 12:22 तक।
राहु काल – दोपहर 12:00 से 01:30 तक रहेगा।
व्रत/पर्व — काल भैरव अष्टमी, काल भैरव जयन्ती।
दिशा शूल – उत्तर दिशा (आवश्यक में धनिया के दाने खा कर निकलें)
राशि फल
मेष – रुके हुए कार्यों में गति आएगी।
वृष – सुख, शान्ति की प्राप्ति होगी।
मिथुन – आय धीमी होगी , निवेश न करें।
कर्क – सोच समझ कर व्यय करें, निवेश न करें।
सिंह – जोश और उत्साह में वृद्धि होगी।
कन्या – मित्र से कष्ट सम्भव है।
तुला – कार्य क्षेत्र में सफलता मिलेगी।
वृश्चिक – भौतिक सुख में कमी होगी।
धनु – सद्यः लाभ।
मकर – सर्दी जुकाम से कष्ट।
कुम्भ – पत्नी से कष्ट।
मीन – यात्रा करने से बचें।
विशेष – पंचांग का गणित काशी के पंचांग से एवं राशि फल चन्द्रमा के गोचर पर आधारित है।