अयोध्या । अयोध्या में देव दीपावली पर चल रहे तीन दिवसीय श्री रामोत्सव और अयोध्या लिटरेचर फेस्टिवल का शुभारंभ अंतरराष्ट्रीय धार्मिक संगठन अखिल भारत जयगुरू संप्रदाय के आचार्य किंकर विठ्ठल रामानुज महाराज के उपस्थिति में हुआ
कार्यक्रम के संयोजक प्रियानाथ चट्टोपाध्याय ने बताया की पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भगवान श्रीराम की जन्मस्थली अयोध्या में कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामना संदेश प्रेषित की है। श्री रामोत्सव के पहले दिन लेजर शो आकर्षण का केंद्र रहा दीपोत्सव के बाद अयोध्या में फिर एक बार सुरसर मंदिर में दीपोत्सव जैसा नजर दिखा।
इस अवसर पर किंकर विट्ठल महाराज ने बताया की श्री श्री सीतारामदास ओंकारनाथ (17 फरवरी 1892 से 6 दिसंबर 1982) एक प्रमुख भारतीय वैष्णव संत थे।19 वीं शताब्दी के भक्ति पंथ आध्यात्मिक प्रकाशमान थे और भारत के पश्चिम बंगाल राज्य के एक अद्वितीय मानवतावादी थे।
उन्होंने बताया कि श्री श्री ठाकुर सीतारामदास ओंकारनाथ के रूप में संबोधित, जहां “ओंकार“ सर्वोच्च ब्रह्मांडीय ज्ञान का प्रतीक है और सर्वोच्च चेतना प्राप्त करता है। उन्हें कलियुग के दिव्य अवतार के रूप में घोषित किया गया था और सनातन धर्म और वैदिक आध्यात्मिक पथ के सिद्धांतों को अनगिनत भक्तों को दिया गया था।
शत्रुघ्न निवास के महंत पवन कुमार शास्त्री और महंत दिलीप दास महाराज ने श्री राम और भरत मिलन पर मार्मिक चर्चा की । कार्यक्रम का समापन भगवान श्री राम के भजन से हुआ। संचालन महंत दिलीप दास त्यागी महाराज ने किया।
इस अवसर पर सियाराम किला झुनकी घाट के महंत करुणानिधान शरण, श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास, संकट मोचन हनुमान किला के महंत परशुराम दास, महंत धर्मदास, महंत दामोदरदास, महंत पवन कुमार दास व महंत दिलीप दास उपस्थित रहे ।
संतों की उपस्थिति में श्रीरामोत्सव व अयोध्या लिटरेचर फेस्टिवल का हुआ शुभारंभ
पहले दिन लेजर शो रहा आकर्षण का केंद्र
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