बीजापुर। नक्सलियों के दक्षिण बस्तर डिवीजन कमेटी ने प्रेस वक्तव्य जारी करते हुए रायगुड़ा में पुलिस पर फर्जी मुठभेड़ का आरोप लगाया है।
सोमवार को मिले प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि जिले के उसूर ब्लॉक, आवापल्ली थाना अंतर्गत तिम्मपुरम पंचायत, ग्राम रायगुड़ा निवासी मुचाकी भीमा अपने खेत में काम कर रहा था। तभी सीआरपीएफ डीआरजी, कोबरा बलों के जवानों ने भीमा पर फायरिंग किया। भीमा के पैर में गोली लगने पर पैर टूट गया। घायल अवस्था में भीमा को पुलिस गिरफ्तार करके थाना में ले गई।
मीडिया व अपने परिवार वालों ने घायल भीमा से मुलाकात के लिए बहुत कोशिश की लेकिन मुलाकात करने नहीं दिया गया। पुलिस ने नक्सलियों के साथ मुठभेड़ होने का झूठा प्रचार किया। भीमा एक साधारण ग्रामीण है, इनके दो पत्नी और बाल-बच्चे भी हैं, अपने परिवार को पालन-पोषण कर रहा था। भीमा से नक्सलियों का कोई लेन-देन नहीं हैं। नक्सलियों ने कहा है कि उसी दिन में तर्रेम कैंप की पुलिस बलों ने बुडगिनचेरू, पेगडीपल्ली, चीपुरभट्टी, छोटा-बड़ा गेल्लूर गांवों पर हमला करके कुछ बेकसूर ग्रामीणों से मारपीट भी की है।