नई दिल्ली। दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) ने बाहरी उत्तरी जिले के नरेला इलाके में आठ साल की बच्ची के अपहरण और हत्या के मामले में दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। लड़की की बड़ी बहन ने आयोग में शिकायत दर्ज करवाई थी। लड़की की बहन ने अपनी शिकायत में आयोग को बताया कि वे पांच भाई-बहन हैं और उनके पिता नहीं हैं।
आठ साल की बच्ची नरेला में अपनी मां और भाई-बहनों के साथ रहती थी। उसने बताया कि उसकी मां घरों में काम करती है। शुक्रवार को उनका एक पड़ोसी उसकी आठ साल की बहन को खाने का सामान दिलाने के बहाने से ले गया और उसे अगवा कर लिया।
शिकायतकर्ता ने बताया कि जब बच्ची नहीं लौटी तो दिल्ली पुलिस में उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई गई। उसने बताया कि जब पुलिस ने आरोपित को पकड़ा तो उसने बताया कि उसने बच्चे की हत्या कर दी है। इसके बाद लड़की का शव एक लाल बत्ती के पास कुछ झाड़ियों से बरामद किया गया। शिकायतकर्ता ने अपनी बहन के साथ बलात्कार और मामले में अन्य आरोपितों की संलिप्तता का आरोप लगाया है।
डीसीडब्ल्यू की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने मामले का संज्ञान लिया है और दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है। फिलहाल मामले में आईपीसी की धारा 363 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। आयोग ने पुलिस से पूछा है कि एफआईआर में बलात्कार और हत्या की संबंधित धाराओं को जोड़ा गया है या नहीं।
आयोग ने शिकायतकर्ता द्वारा आरोपित सभी आरोपितों की गिरफ्तारी की जानकारी के साथ बच्ची के पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट की कॉपी भी मांगी है। दिल्ली पुलिस को इस मामले में 11.10.2022 तक रिपोर्ट देने को कहा गया है।
मालीवाल ने कहा, “एक आठ साल की बच्ची की हत्या कर दी गई और उसके सिर को पत्थरों से बेरहमी से कुचल दिया गया। उसके परिवार का आरोप है कि उसके साथ रेप किया गया। हमने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी किया है। यह घटना बहुत परेशान करने वाली है। हर दिन एक जघन्य अपराध की सूचना मिलती है और राजधानी बच्चों के लिए असुरक्षित होती जा रही है। सभी आरोपियों को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए और उन्हें जल्द से जल्द कड़ी सजा दी जानी चाहिए।”