लखीमपुर
पखवारा भर में 8 साल की बच्ची को रात में सोते समय उसके घर से उठाकर दुष्कर्म करने के आरोपित को पुलिस ने एक मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। इस दौरान आरोपित के पैर में गोली लगी है। इस लिए उसका इलाज कराया जा रहा है। 5 मई की रात को थाना क्षेत्र के एक गांव में अपने घर में सो रही नाबालिग किशोरी को उठा कर उसके गांव का हो सर्वेश उर्फ भूरे घर के कुछ दूर स्थित प्राइमरी स्कूल में ले गया था।
रात भर बंधक बना कर उसके साथ दरिंदगी की थी। सुबह किसी तरह उसके चंगुल से छूटकर घर पहुंची बच्ची ने घटना की सूचना घरवालों को दी थी। जिसपर पीड़िता के पिता की तहरीर पर पुलिस ने गांव के ही सर्वेश उर्फ भूरे के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया था। तभी से पुलिस और क्राइम ब्रांच उसको तलाश कर रही थी। कई दिन तक भूरे की गिरफ्तारी न कर पाने वाले इंस्पेक्टर राकेश सिंह यादव को आईजी लक्ष्मी सिंह ने निलंबित कर दिया था।
इसके बाद पुलिस अधीक्षक संजीव सुमन ने ये जिम्मेदारी जिले के तेज तर्रार उप निरीक्षक अनिल कुमार सैनी को सौंपी थी। शुक्रवार देर शाम को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आरोपित भूरे बेहजम अल्लीपुर मार्ग पर स्थित जंगल की ओर से अपने घर जाने वाला है। स्थानीय पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम ने घेरा बंदी कर उसको पकड़ने का प्रयास किया। बचने के लिए भूरे ने पुलिस टीम पर फायर कर दी।
बता दें कि बचाव में पुलिस ने भी जवाबी फायरिंग करते हुए भूरे के पैर में गोली मार दी। जिससे वह वहीं गिर गया और पुलिस ने उसको गिरफ्तार कर लिया। इसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस अधीक्षक ने 20 हजार का ईनाम भी घोषित किया था। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार सिंह ने बताया की भूरे को पुलिस मुठभेड़ में प्रधान पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम के द्वारा गिरफ्तार किया गया है।