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कहते हैं प्रेम की कोई उम्र नहीं होती। उम्र यदि 18 वर्ष के आसपास हो तो भी लोग इस बात को समझ सकते हैं, लेकिन यदि 14 साल हो तो इसे प्यार का नाम कैसे दिया जा सकता है। मामला हरोली क्षेत्र से संबंधित है, जहां 14 वर्षीय नाबालिग लड़की 17 वर्षीय लड़के के साथ घर से भागकर जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में पहुंच गई। हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले की पुलिस ने एक महीने की कड़ी मशक्कत के बाद लड़की को बारामूला के पट्टन से बरामद किया, लेकिन अब वह स्वजन के साथ रहने के लिए तैयार नहीं है।
हिमाचल प्रदेश के हमीरपुर जिले से संबंधित है, लेकिन वर्तमान में उसका परिवार ऊना जिले के हरोली में कार्य करता है। लड़का कश्मीर से हरोली आया था। वह हरोली में एक ट्रक पर क्लीनर का कार्य करता था। उसने 14 वर्षीय लड़की को बहला फुसला कर हरोली से भगाया और बारामूला में जाकर दोनों ने कथित रूप से शादी कर ली। वहीं, 26 अप्रैल को पुलिस में नाबालिग लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट आई और उस आधार पर पुलिस ने जांच शुरू की।
शुरुआत में पुलिस का भी किसी ने सहयोग नहीं किया, लेकिन लड़की ने अपने घर पर फोन किया था। उसके आधार पर पुलिस जांच करते हुए कश्मीर पहुंची और बारामूला से लड़की को बरामद करके ऊना ले आई। ऊना आकर लड़की अपने स्वजन के साथ रहने के लिए तैयार नहीं थी। पुलिस ने अभी वन स्टाप सेंटर (शेल्टर होम) में लड़की के ठहरने की व्यवस्था की है।
14 वर्षीय लड़की को 17 वर्षीय लड़का भगाकर बारामूला ले जाता है। वहां लड़के के स्वजन दोनों की कथित रूप से नाबालिग का धर्म बदल कर शादी भी करवा देते हैं। यह मामला लव जेहाद का हो सकता है, क्योंकि लड़की नाबालिग है और उसकी शादी भी नाबालिग युवक से कर दी गई है। हालांकि, ऊना पुलिस ने युवक के स्वजन के खिलाफ बाल विवाह एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
ऊना पुलिस अधीक्षक अर्जित सेन ने बताया कि लड़का व लड़की दोनों नाबलिग हैं। लड़की को बारामूला से बरामद कर ऊना लाया गया, लेकिन वह स्वजन के साथ नहीं रहना चाहती है। इसलिए उसे वन स्टाप सेंटर भेजा गया है।