शनिवार रात के समय घने जंगलो के बीच में जम्मू-कश्मीर के डोडा जिले में अत्याधुनिक हथियारों से लैस आंतकवादियो के साथ भारतीय सेना के जवानों का मुठभेड़ हुआ। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के चार जवान- कैप्टन बृजेश थापा, नायक डी. राजेश, सिपाही बिजेंद्र और अजय शहीद हो गए। जम्मू-कश्मीर में हुए इस मुठभेड़ में पुलिस के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप का एक जवान भी वीरगति को प्राप्त हो गया।
शहीद कैप्टेन बृजेश थापा की माँ ने कहा कि,” बृजेश मार्च में घर आया था….. इसी महीने आने वाला था….. वह हमेशा खुश रहता था। रविवार को उससे अंतिम बार बात हुई थी। सरकार हमेशा कोशिश करती है कि आतंकवाद को रोके, जवान तो कभी डरते नहीं हैं,ठीक है… ये उनकी ड्यूटी का हिस्सा है।
बता दे कि 26 साल के आर्मी अफसर बृजेश थापा के पिता कर्नल रैंक से रिटायर हुए है।आर्मी अफसर बृजेश थापा दार्जीलिंग के रहने वाले थे। इनकी तीन पीढ़ियां सेना में रह चुकी है। अपनी ट्रेनिंग पूरी करने के बाद बृजेश थापा 2019 में आर्मी में कमीशंड हुए थे। फिर उनकी तैनाती 2 साल के लिए 10 राष्ट्रीय राइफल्स में हुई थी। कैप्टन बृजेश थापा की मां निलिमा थापा ने कहा,”15 जनवरी को मेरे बेटे का जन्मदिन था,15 जनवरी को ही आर्मी डे होता है, मेरा बेटा आर्मी की ड्यूटी करते हुए देश के लिए समर्पित हो गया। सेना में होने का उसको गर्व था। वह सेना को पसंद करता था। उसके पापा ने बोला था कि नेवी में चला जा,आर्मी में बहुत कठिन होता है…. लेकिन उसे आर्मी में ही जाना था।”