बाराबंकी
एसटीएफ लखनऊ ने शनिवार को हैदरगढ़ में रोडवेज बस से बदायूं के एक तस्कर को उतार कर दो किलो 380 ग्राम अफीम बरामद की। पूछताछ में अफीम की तस्करी से जुड़े अन्य लोगों के बारे में भी जानकारी मिली है। एसटीएफ को सूचना मिली थी कि मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले गिरोह का एक सदस्य झारखंड के राची से मदाक पदार्थ की खेप लेकर हाथरस के सिकंदराराऊ जाने वाला है।
एसटीएफ के उप निरीक्षक वीरेंद्र यादव के नेतृत्व में टीम ने बदायूं जिले के थाना उघैती के ग्राम करियाम्बई के अतर सिंह पुत्र स्वर्गीय राम रतन सिंह को लखनऊ-सुल्तानपुर मार्ग स्थित हैदरगढ़ चौराहा पर कोतवाली पुलिस के सहयोग से बस से उतारा। उसकी तलाशी में अफीम मिली। पूछताछ में पता चला कि अतर सिंह के खिलाफ एक दर्जन मुकदमे हैं। उसने यह भी बताया कि दुर्घटना व तस्करी के एक मामले में वर्ष 2002 में जब वह रांची की जेल में बंद था तब उसकी मुलाकात वहां हत्या के आरोप में बंद फौजी नामक व्यक्ति से हुई थी। वह अफीम की तस्करी करता था।
हाथरस जिले के सिकंदराराऊ के कामिल से भी उसकी दोस्ती हो गई थी। जेल से छूटने के बाद कामिल के साथ मिलकर तस्करी करने लगा। फौजी की पत्नी से अफीम लाकर कामिल को देता था। प्रति चक्कर कामिल से एक लाख रुपये मिलते थे। बनारस से सीतापुर जाने वाली बस का पीछा करते हुए एसटीएफ टीम ने उसे पकड़ लिया। बस को रोकवाने के लिए हैदरगढ़ कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक बृजेश वर्मा ने ट्रकों को रोकवा दिया था।