रायबरेली
लालगंज के चंद्रिका बक्श का पुरवा मजरे अंबारा पश्चिम में गुरुवार की रात हिस्ट्रीशीटर ने खुद को गोली मार ली। उसकी दोस्त भी अपने घर की छत पर मरणासन्न हालत में पड़ी मिली, जिसे ट्रामा सेंटर रेफर किया गया है। गांव निवासी नरेंद्र यादव पुत्र दिनेश यादव पर लूट और चोरी के चार मामलों के अलावा गैंगस्टर भी लगा था।
कुछ महीने पहले उसकी हिस्ट्रीशीट भी खोल दी गई। पुलिस आए दिन उसके घर पर दबिश दे रही थी। इसी वजह से वह दो माह पहले हरियाणा चला गया था। गुरुवार की रात अचानक वह वापस लौटा और खेत में अपने ट्युबवेल पर चला गया। उसने रात 2:18 बजे अपनी मां सावित्री को फोन किया और कहा कि ट्यूबवेल पर आ जाओ, मेरे पास ज्यादा वक्त नहीं है।
उसकी मां ट्यूबवेल पर पहुंचने ही वाली थी कि उन्हें गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी। वहां पहुंची तो देखा कि बेटा नरेंद्र मृत पड़ा था। उसके शव के पास तमंचा भी पड़ा था। उसने अपनी दाहिनी कनपटी से तमंचा सटाकर गोली मारी थी। कोतवाल राजेश सिंह भी मौके पर पहुंचे और तहकीकात की।
नरेंद्र की जेब से तीन कारतूस भी बरामद किए गए। रात में ही फोरेंसिक टीम के साथ सीओ महिपाल पाठक भी पहुंचे और तहकीकात की। उसके पिता दिनेश की लिखित सूचना पर नरेंद्र का शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
मृतक नरेंद्र की महिला दोस्त उसी के गांव में रहती है। शुक्रवार की सुबह किशोरी अपनी छत पर मरणासन्न हालत में पड़ी मिली। उसका दाहिना कान बुरी तरह जख्मी था। आनन-फानन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से उसे लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया।
अंदेशा जताया जा रहा है कि नरेंद्र पहले उसके साथ छत पर था। दोनों के बीच किसी बात को लेकर झगड़ा हुआ था, जिसके बाद नरेंद्र ने उसे चोटिल कर दिया और फिर भाग गया। किशोरी के घर की छत पर होटल की बनी दो गुझिया और पानी की बोतल मिली थी।
लालगंज के क्षेत्राधिकारी महिपाल पाठक ने बताया कि हिस्ट्रीशीटर ने गोली मारकर आत्महत्या की है। उसकी महिला दोस्त भी चोटिल मिली है, जिसका उपचार लखनऊ ट्रामा सेंटर में कराया जा रहा है।