दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में पिछले महीने हनुमान जन्मोत्सव के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई हिंसा के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। जहांगीरपुरी दंगों की साजिश रचने के आरोपी जहांगीरपुरी से बाहर भी दिल्ली में दंगा करवाना चाहते थे। इसके लिए उत्तरी दिल्ली में एक जगह पर भारी संख्या में लोग एकत्रित कर लिए गए थे मगर पुलिस की सक्रियता के चलते आरोपी आगे कुछ नहीं कर पाए।
दूसरी तरफ दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने जहांगीरपुरी हिंसा के एक और आरोपी को गिरफ्तार किया है। अभी तक तीन नाबालिग समेत 37 लोग पकड़े जा चुके हैं। अपराध शाखा के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अंसार के साथ जहांगीरपुरी हिंसा के मुख्य आरोपी तबरेज आलम की राजनीतिक महत्वाकांक्षाएं थीं। वह कांग्रेस पार्टी का नेता था और कांग्रेस के बैनर पर दिल्ली नगर निगम के चुनाव लड़ना चाहता था। वह अंसार के साथ जहांगीरपुरी के लिए भोले भाले लोगों को भड़काता रहता था।
वह जहांगीरपुरी में अंसार के साथ ही रहता था। अंसार इलाके के लोगों को धमकाकर उनसे उगाही करता था। वह लोगों को उनके अवैध निर्माण व अवैध गतिविधियों को बंद कराने के नाम पर धमकाता था। अंसार व तबरेज आलम दोनों ही स्थानीय नेता थे। पुलिस अधिकारी ने बताया कि अंसार व तबरेज ने इलाके के करीब दस लोगों के साथ जहांगीरपुरी हिंसा की साजिश रची थी। ये लोग चाहते थे कि सी-ब्लाक, जहांगीरपुरी होकर शोभा यात्रा न निकले। इसके लिए इन्होंने पूरी तैयारी कर ली थी। साथ ही जहांगीरपुरी से बाहर भी हिंसा करने की साजिश थी।