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सरकारी स्तर पर शुरू हुई अनूठी पहल, लोगों से की गई दान में भूसा देने की अपील

by City Headline

मुजफ्फरनगर

इसी माह गेहूं की थ्रेसिंग थमी है। फिलहाल गेहूं के दाम स्थिर हैं, लेकिन भूसा का दाम आसमान पर है, 12 सौ से 15 सौ रुपये कुंतल के बीच। दूसरी ओर बेसहारा पशुओं के लिए बनीं गोशालाओं और कान्हा उपवन केंद्रों में चारा खरीदने के लिए निश्चित रकम निर्धारित है। ऐसे में बरसात और सर्दी के मौसम में चारे का बड़ा संकट पैदा न हो, इसके लिए सरकारी स्तर पर एक अनूठी पहल शुरू की गई है।

ग्राम पंचायत विभाग लोगों से दान में भूसा देने की अपील कर रहा है। जिसके पास भूसा नहीं है, वह नगद राशि जुटाकर इस अभियान में शामिल हो सकता है। मुजफ्फरनगर में यह अभियान रंग ला रहा है। लोग आगे आकर भूसा दान कर रहे हैं। अब तक 825 कुंतल भूसा विभाग को मिल चुका है। इस भूसे का बैंक बनाकर भंडारण किया जा रहा है। मुजफ्फरनगर के साथ ही मेरठ, बिजनौर, शामली और बुलंदशहर आदि जनपदों में भी ऐसे ही भूसा बैंक बनाए जा रहे हैं। दान में भूसा देने वालों को प्रशासन द्वारा स्वतंत्रता दिवस के दिन सम्मानित भी किया जाएगा।

मुजफ्फरनगर की 498 ग्राम पंचातयों में 37 गोशालाएं हैं। इनमें 3501 गोवंशी के रहने और खाने का प्रबंध है। इसके साथ ही देखरेख के लिए 1400 गोवंशी ग्रामीणों को सौंपे गए हैं। लोगों को प्रति गोवंशी 30 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से धनराशि दी जा रही है। गोशाला के लिए भी शासन से यही राशि मिल रही है। हालांकि, इतनी धनराशि में पशु को पौष्टिक आहार मिल पाना मुमकिन नहीं है। दुधारू पशु की रोजाना की खुराक पर लगभग 300 रुपये खर्च हो रहे हैं। इस समय भूसा 1200 से 1500 रुपये कुंतल तक के भाव बिक रहा है। ऐसे में 30 रुपये में मात्र दो किलो भूसा ही आएगा। इसी के चलते कमिश्नर और मुजफ्फरनगर के डीएम ने नागरिकों से अपील की है कि गोवंशी के लिए भूसा दान करें।

दान में भूसा जुटाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत सचिव को दी गई है। प्रत्येक ग्राम पंचायत से 10 कुंतल भूसा एकत्र करने का लक्ष्य है। इस कार्य में सचिव लगे हुए हैं। गांवों में किसानों, पशुपालकों से भूसा दान देने की अपील की जा रही है। प्रत्येक ब्लाक पर खंड विकास अधिकारी (बीडीओ) इसकी मानिटङ्क्षरग कर रहे हैं। दानदाताओं को पंचायत सचिव रसीद दे रहे हैं।

प्रशासन को भूसे के लिए नगद धनराशि भी मिलने लगी है। नवीन मंडी गोसेवा समिति की ओर से 11,350 रुपये की रसीद कटाई गई है, वहीं मंसूरपुर मिल की ओर से भी नगद रकम दी गई है। सभी ब्लाक स्तर पर इसी प्रकार चंदा एकत्र किया जाएगा। बीडीओ सदर डा. नेहा शर्मा ने बताया कि सदर ब्लाक के कुछ गांवों में एक दिन अभियान चलाया था। एक दिन में ही 50 कुंतल भूसा ग्रामीणों ने दान में दिया था।

दान में आए भूसे का भंडारण केवल गोशालाओं में ही किया जाएगा। इसके लिए सभी गोशालाओं में टिनशेड डालकर बड़े-बड़े कमरे तैयार किए गए हैं। जहां ऐसा नहीं है, वहां इसकी व्यवस्था की जा रही है। अस्थायी तौर पर गोशालाओं में पालीथिन के बड़े-बड़े बोरे में भी भूसा रखा जा सकता है।

मुजफ्फरनगर जिलाधिकारी चंद्र भूषण सिंह ने बताया कि बेसहारा गोवंशी के संरक्षण के लिए लोगों से भूसा दान देने की अपील की गई है। ऐसा करके नागरिक गोवंश की सेवा कर पुण्य लाभ कमाएं। यदि भूसा या चारा नहीं है तो दान स्वरूप धनराशि भी दे सकते हैं। 10 कुंतल भूसा अथवा 11 हजार रुपये दान देने वाले गोप्रेमी को प्रशासन की ओर से 15 अगस्त को सम्मानित किया जाएगा।

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