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संयुक्त किसान मोर्चा ने की लखीमपुर खीरी में बैठक, गवाहों को धमकाने और एसआईटी की रिपोर्ट नजरअंदाज करने का लगाया आरोप

by City Headline

सोनीपत

संयुक्त किसान मोर्चा गुरुवार को लखीमपुर खीरी में बैठककर वहां किसानों के साथ हो रहे अन्याय पर चर्चा करेगा। इसके लिए मोर्चा का एक प्रतिनिधिमंडल ने बुधवार को लखीमपुर खीरी के लिए रवाना हुआ। बता दें कि रवाना होने से पहले मोर्चा नेताओं ने जीटी रोड स्थित एक ढाबे पर रणनीति पर चर्चा की। कहा कि लखीमपुर खीरी में सरकार मानवता के खिलाफ काम कर रही है।

इसी के साथ ही वहां गवाहों, प्रत्यक्षदर्शियों को डराया-धमकाया जा रहा है। इसको लेकर गुरुवार को लखीमपुर खीरी में मोर्चा की बैठक होगी और इसको लेकर आगे की रणनीति तैयार की जाएगी। किसान नेता जगजीत सिंह दल्लेवाल ने कहा कि लखीमपुर खीरी में सरकार की मदद से आरोपित को बचाया जा रहा है। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से यह साफ हो चुका है। यही नहीं, वहां प्रशासन की मदद से गवाहों को टारगेट किया जा रहा है। उन पर मुकदमे बनाए जा रहे हैं।

लखीमपुर जाकर मोर्चा का प्रतिनिधिमंडल पीडि़त परिवारों के साथ-साथ जेल में बंद किसानों से भी मुलाकात की जाएगी। उनकी समस्याएं जानी जाएंगी, फिर वहां के प्रशासन से मुलाकात कर अपनी बात रखेंगे। यदि इसके बाद भी गवाहों को इसी तरह टारगेट किया जाता रहा तो मोर्चा आंदोलन को मजबूर होगा। इसके लिए मोर्चा की बैठक में रणनीति तय की जाएगी।

न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी कानून को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार भ्रम फैला रही है कि मोर्चा कमेटी के लिए नाम नहीं दे रही है। जबकि अभी तक मोर्चा को कमेटी रूपरेखा ही नहीं सौंपी गई है। इस मौके पर मध्य प्रदेश से किसान नेता रविदत्त सिंह, महाराष्ट्र से शंकर, पंजाब से हरविंदर सिंह मौजूद रहे।

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