सहारनपुर। नशे की बहुत बड़ी खेप के सौदागर श्रीराम सेना के अध्यक्ष विभोर राणा को अवैध नशा तस्करों की निशानदेही पर मालदा एनसीबी डिपार्टमेंट द्वारा लुक आउट नोटिस जारी किया गया था। पश्चिम बंगाल के मालदा जिले में एक मछली कारोबारी के घर से 1.40 करोड़ रुपये जब्ती हुई थी, जिस मामले में एनसीबी को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
इस मामले का कनेक्शन उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से जुड़ गया। सीआईडी की छापेमारी के बाद इस बार, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने मालदा में नशीली दवाओं के तस्करों की रात भर तलाशी ली। सूत्रों के मुताबिक एनसीबी ने सोमवार को इस मादक पदार्थ तस्करी के गिरोह का मुख्य आरोपी होने के शक में विभोर राणा नाम के शख्स को गिरफ्तार किया है। जब उसे मालदा अदालत में पेश किया गया तो न्यायाधीश ने उसे पांच दिन की जेल हिरासत में लेने का आदेश दिया।
’विभोर राणा नशे का बड़ा कारोबारी बताया जा रहा है’
श्रीराम सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष विभोर राणा देश छोड़कर भागने की फिराक में था, जिसे एनसीबी ने दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया। ट्रांजिट रिमांड पर लेकर उसे मालदा कोर्ट में पेश किया गया, जहां विभोर राणा को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है।
’विभोर राणा उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में बड़ा रसूख रखता है’
सूत्रों की मानें तो विभोर राणा का उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में बड़ा रसूख है। विभोर राणा एक ड्रग कंपनी से भी जुड़ा है। यह वह कंपनी है जो फेन्सीडिल बनाती है। कथित तौर पर वह हिमाचल प्रदेश में फेन्सीडिल को फर्जी नाम से बेचता था।
हाल ही में पश्चिम बंगाल के मालदा जिले का गाजोल में एक मछली कारोबारी के घर से 1.40 करोड़ रुपये की बरामदी हुई थी। इसके बाद से ही यह मामला ड्रग तस्करी से जुड़ता चला गया। जिसके बाद विभोर राणा का नाम सहारनपुर जिले के एक बड़े तस्कर के तौर पर सामने आया।
अवैध ड्रग्स का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा भारत-बांग्लादेश की सीमा पर
जानकारों का दावा है कि भारत-बांग्लादेश की सीमा पर अवैध ड्रग्स का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है। सूत्रों के मुताबिक मालदा बॉर्डर का इस्तेमाल करते हुए एक अवैध फेन्सीडिल गिरोह सक्रिय हो गया है। नतीजतन, सीमावर्ती क्षेत्रों में नशीली दवाओं का व्यापार फल-फूल रहा है। सीआईडी ने नशे के मामले में कारोबारी जयप्रकाश साहा को भी गिरफ्तार किया था। सूत्रों के अनुसार राज्य के खुफिया तंत्र के माध्यम से एक ड्रग डीलर को दबोचा गया है।
एनसीबी को जांच में विभोर राणा के बारे में जानकारी मिली जो सहारनपुर के शास्त्री नगर का रहने वाला है। विभोर राणा जिस फार्मा कंपनी में वितरक के रूप में काम कर रहा था, वह कफ सिरप बनाती है। जिसे पिछले साल बीएसएफ ने जब्त किया था। हालांकि इससे पहले भी एनसीबी ने विभोर राणा को पूछताछ के लिए कई बार तलब किया था लेकिन वह नहीं आया। उसकी तलाश में लगी एनसीबी को इनपुट मिला कि विभोर राणा विदेश भागने की फिराक में है। जानकारी की पुष्टि होते ही रविवार को विभोर राणा को नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से एनसीबी ने गिरफ्तार कर लिया।
बांग्लादेश में कफ सिरप की भारी मांग
मिली जानकारी के अनुसार बांग्लादेश में नशा करने वालों के बीच कफ सिरप की बड़ी मांग है। बीएसएफ, पुलिस और अन्य खुफिया एजेंसियां ऐसे सिरप की अवैध खेप को जब्त करती हैं जो देश के विभिन्न हिस्सों से बांग्लादेश में तस्करी के लिए यहां लाई जाती हैं।
श्रीराम सेना का अध्यक्ष विभोर राणा निकला नशे का सबसे बड़ा तस्कर
देश छोड़कर भागने की फिराक में था, एनसीबी ने नई दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई से गिरफ्तार किया
previous post