लखनऊ
लोकभारती द्वारा एक माह तक चलाए गए जल स्रोत संरक्षण उत्सव का मंगलवार को गोमती नदी के तट पर स्थित गऊ घाट पर समापन समारोह आयोजित किया गया। यह उत्सव (चैत्र प्रतिपदा 2 अप्रैल से अक्षय तृतीया 3 मई) तक चलाया गया है।
जल स्रोत उत्सव के सहभागी बने पर्यावरण कार्यकर्ताओं को संबोधित करते राष्ट्रीय संगठन मंत्री बृजेंद्र पाल सिंह ने कहा कि इस राष्ट्रीय अभियान के अंतर्गत सम्पूर्ण भारत के जन जन का अभूतपूर्व सहयोग मिला। वहीं पर्यावरण के लिए कार्यरत सैकड़ों संस्थाओं ने जल स्रोत संरक्षण के लिए पहल की है, जिससे लोकभारती का इस अभियान के लिए विश्वास और दृढ़ हुआ है।
सिंह ने कहा कि अब संकल्प को सिद्धि में बदलने का समय प्रारम्भ हो रहा है। अत: लोकभारती ने अपने सब सहयोगी संगठनों के साथ मिल कर सुनिश्चित किया है कि इस अमृत महोत्सव काल में देश के 75 सौ (सात हजार पांच सौ) गांव तक इस अभियान को लेकर जाएंगे। इसके माध्यम से जल संरक्षण की दृष्टि से तालाबों का पुनरुद्धार, पुराने कुओं का पुनर्जीवन, किसी छोटी नदी के पुनर्जीवन के लिए कार्य, किसी घाट की सुव्यवस्था, पंच पल्लव एवं हरिशंकरी का रोपण, गौ आधारित प्राकृतिक कृषि का विस्तार किया जाएगा।
अक्षय तृतीया की शाम को जल उत्सव माह के समापन के अवसर पर गऊ घाट गोमती तट पर स्वच्छता, दीपदान,जल संरक्षण गोष्ठी व गोमती आरती का कार्यक्रम सैकड़ों लोगो की उपस्थिति व सहभागिता के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता पुष्टि मार्गीय वल्लभ कुल संप्रदाय के गुरु योगेश बाबा द्वारा की गई तथा लोक भारती के सह संगठन मंत्री गोपाल उपाध्याय, सचिव भास्कर अस्थाना, संपर्क प्रमुख श्री कृष्ण चौधरी, कोषाध्यक्ष श्री जितेंद्र सिंह, सह सचिव डा पार्थ प्रतिम, डा देव ज्योति सामाजिक कार्यकर्ता किरन सिंह, शचि सिंह, संजय रस्तोगी, ओम प्रकाश, सुनील मिश्रा, ऋषभ देव सिंह व उप निदेशक कृषि सीतापुर अरविंद मिश्र, क्षेत्रीय पार्षद रानी कन्नौजिया, राम अवतार कन्नौजिया भी उपस्थित रहे।